हिंदू समाज को अपने वास्तविक स्वरूप का ज्ञान कराने आरएसएस की स्थापना
कोरबा 29 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ खंड पाली द्वारा विजयादशमी उत्सव व पद संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान संघ के तीन घोषों की घुनों व स्वयंसेवकों की कदम ताल ने नगर को गुंजायमान किया। पद संचलन पाली स्थित हाई स्कूल मैदान से प्रारंभ होकर न्यायालय चौक, अटल चौक, बृहस्पति बाजार से गुजरते शिवमंदिर चौक होते हुए पुनः हाई स्कूल स्थित दशहरा मैदान पहुंचा।
इस दौरान नगर के विभिन्न चौक चौराहों पर नगर वासियों व सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस मौके पर लक्ष्मण प्रसाद डिक्सेना ने कहा कि मां भारती की गोद में रहने वाले समस्त भारतीय हिन्दू हैं और हम सभी एक हैं। उन्होंने सनातन धर्म में शक्ति साधना कर राष्ट को परम वैभव के शिखर पर पहुंचाने संकल्प किया। मुख्य वक्ता सत्येंद्र नाथ दुबे ने कहा कि हिंदू समाज को अपने वास्तविक स्वरूप का ज्ञान कराने संपूर्ण देश, परिवार एवं उसके कंधे से कंधा मिलाकर चलना धर्म है। यही सिखाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई। संस्कृति के मूल्यों का महत्व फिर से सबके ध्यान में आ गया है और अपनी परंपराओं में देश काल परिस्थिति सुसंगत आचरण का फिर से प्रचलन कैसे होगा इसकी सोच में बहुत सारे कुटुंब पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की विविधता के मूल में स्थित शाश्वत एकता को तोड़ने का घृणित प्रयास किया गया। हिंदू शब्द के अंतर्गत पूर्णता सम्मानित व शुभ कार्य है, समाज को तोड़ने वाले ऐसे लोग उन विविधता को अलगाव के रूप में प्रस्तुत करने पर जोर देते हैं। इस मौके पर परमजीत सिंह छाबड़ा खंड चालक, योगेश्वर साहू विभाग प्रचारक केंद्र, अर्जुन दास महंत विभाग सहायक प्रमुख, विवेकानंद निर्मलकर खंड प्रचारक, अजय दुबे जिला सेवा प्रमुख, किताब सिंह पैकरा अंचल अभियान प्रमुख, शंकर दीवान खंड पाली समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।