28 अवैध रेत निकासी वाली जगहों की रेत की उपलब्धता के अनुसार होगी नीलामी.. कलेक्टर ने एक सप्ताह में मांगी सर्वे रिपोर्ट
नक्शा, खसरा, बी-1 सहित सीमांकन के भी समय-सीमा की बैठक में दिये निर्देश
कोरबा 25 नवंबर 2020. समय सीमा की बैठक में आज कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जिले में अवैध रेत निकासी वाली 28 जगहों की सर्वे रिपोर्ट सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों से मांगी है। कलेक्टर ने रेत के अवैध व्यापार पर लगाम कसने के लिए इन अवैध रेत घाटों को शासकीय नियमों के तहत नीलाम कर राजस्व बढ़ाने की भी तैयारी करने के निर्देश खनिज विभाग के अधिकारियों को दे दिये हैं। समय-सीमा की बैठक में श्रीमती कौशल ने जिले में रेत निकासी के अवैध घाटों और स्थानों की जानकारी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों तथा खनिज विभाग के अधिकारियों से ली। अधिकारियों ने जिले में 28 जगहों पर अवैध रूप से रेत खनन होना चिन्हांकित किया है। कोरबा तहसील में छह, नगर निगम क्षेत्र में छह, कटघोरा विकासखण्ड में चार, करतला विकासखण्ड में दो, पाली विकासखण्ड में चार तथा पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में छह जगहों पर अवैध रेत खनन चिन्हांकित किया गया है। इन सभी जगहों का सर्वे कराकर वास्तविक नक्शा, खसरा, बी-1 और रेत उपलब्धता संबंधी अनुमानित प्रतिवेदन कलेक्टर ने एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिये हैं। श्रीमती कौशल ने इन सभी जगहों का सीमांकन भी करने के निर्देश बैठक में दिये हैं। समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने निर्देशित किया कि व्यावसायिक तौर पर उपयुक्त पाये जाने पर ऐसे सभी अवैध रेत घाटों का सीमांकन कराकर उनकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाये। श्रीमती कौशल ने बैठक में कहा कि अवैध रेत घाटों की नीलामी से एक और जहां रेत का अवैध उत्खनन और उससे होने वाली परेशानियां खत्म होंगी वहीं दूसरी और रेत घाटों से शासन को राजस्व भी मिलेगा। अवैध रेत घाटों के शासकीय तौर पर नीलाम हो जाने से जिले में रेत घाटोें की संख्या बढ़ेगी जिससे रेत की उपलब्धता मंे भी बढ़ोत्तरी होगी और लोगों को कम दामों पर आसानी से निर्माण कार्यों के लिये रेत मिल सकेगी।
खनिज अधिकारी श्री एस.एस. नांग ने बताया कि कोरबा विकासखण्ड में ढेंगुरनाला, दोंदरो में बेलगिरी नाला, लेमरू में चोरनई नदी, कटबितला में हसदेव नदी, कुदमुरा में मांड नदी और अजगरबहार में बहने वाले नाले से अवैध रेत का खनन बड़ी मात्रा में किया जाता है। इसी तरह कटघोरा विकासखण्ड में बरमपुर में अहिरन नदी, विजयपुर में खोलारनाला, डुडगा में अहिरन नदी और छुरीखुर्द झोराघाट में हसदेव नदी से अवैध रेत का खनन होता है। खनिज अधिकारी ने बताया कि करतला में खरवानी में सोन नदी से और कछार में छिंदई नाला से अवैध रूप से रेत निकाली जाती है। पाली विकासखण्ड में रैंकी में लीलागर नदी से, लबदा मंे खारून नदी से, मुनगाडीह में गाजरनाला से तथा नानपुलाली में खारून नदी से अवैध रेत का उत्खनन होता है। इसी प्रकार पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में बरतरई और कुटेसर नगोई में अहिरन नदी से, मातिम और कोठीखर्रा में गेज नदी से, रोंदे मेें फुलसर नाला से और बांगो दो में बांगो नदी से अवैध रेत निकाली जाती है। श्री नाग ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र कोरबा में हसदेव नदी से सेमीपाली, चारपारा, गेरवा, भिलाईखुर्द, मिशनघाट और मोतीसागर से अवैध रेत का खनन बड़ी मात्रा में होता है। कलेक्टर ने इन सभी जगहों पर अगले एक सप्ताह में नजरी सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और व्यावसायिक रूप से रेत निकालने के लिये उपयुक्त होने पर नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश जिला खनिज अधिकारी को दिये।