November 7, 2024

सीएसईबी के एटीपी के भरोसे ना रहें उपभोक्ता, ऑनलाइन करें बिजली बिल का भुगतान

कोरबा 13 अप्रैल। कोरबा जिले के विद्युत उपभोक्ताओं को इस महीने प्राप्त हुए बिजली बिल का भुगतान करने के लिए सीएसईबी के एटीपी के भरोसे रहने की जरूरत नहीं है उन्हें बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन सिस्टम से करना होगा विभाग लगातार इसकी जानकारी लोगों को दे रहा है ताकि समय पर भुगतान करने के साथ आगे की परेशानियों से बचा जा सके।

जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 10 दिन का लॉक डाउन लागू किया है जो 12 अप्रैल से प्रारंभ हो गया है और 22 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस दौरान केवल आवश्यक सेवाओं को ही छूट दी गई है इसके लिए खास तरह की अनुमति की जरूरत भी नहीं होगी। इस बीच बिजली उपभोक्ताओं को भुगतान के संबंध में देयक प्राप्त हो चुके हैं। शहरी क्षेत्र में भुगतान के लिए 16 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई है। बिना किसी पेनल्टी के तिथि तक लोगों को अपनी राशि अदा करनी होगी। आगे की स्थिति में 1.5 फीसदी पेनल्टी सीएसईबी को अदा करनी होती है। काफी समय से डिजिटल इंडिया मूवमेंट के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में ऑनलाइन पेमेंट बढ़ावा दिया गया है और लोग हिसाब से अपना काम करते हैं। वर्तमान में जो चुनौतियां आसपास में बनी हुई है। उसके लिए हाथ से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे सीएसईबी के बिजली बिल का भुगतान डिजिटल पैटर्न से करें वजह यह है कि लॉक डाउन की अवधि में लोगों का घर से निकलना बंद किया गया है। इस स्थिति में ना तो लोग उसी ऐसे ही वितरण केंद्र एटीपी तक पहुंचेंगे और ना वहां बिजली बिल का भुगतान कर सकेंगे क्योंकि प्रशासन ने मौजूदा स्थिति में सीमित कर्मचारियों से काम चलाना तय किया है। ऐसी स्थिति में भी इसके दायरे में आया है।

अभी भी काफी लोगों को जानकारी नहींः केंद्र में सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी की सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने और इससे होने वाले लाभ को लेकर बीते वर्षो में डिजिटल पेमेंट की अवधारणा पर काम करना शुरू किया। सभी क्षेत्रों में इस अभियान को गति दी गई। लोगों को डिजिटल भुगतान करने पर कैशबैक दिया गया और एक तरफ से अर्थव्यवस्था को ठीक करने का काम भी किया गया। इन सब के बावजूद दिक्कत यह है कि आज की स्थिति में भी शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बड़ी आबादी ऐसी भी है जो डिजिटल भुगतान के बारे में या तो अनजान है। अथवा वह पुराने ढर्रे पर ही चलने की आदी हो चुकी है जैसे-जैसे दिक्कतें बढ़ रही हैं और सरकारी तंत्र कामकाज के स्तर को ठीक कर रहा है। उसके हिसाब से लोगों को समय के साथ बदलने के बारे में अपनी मानसिकता बनानी होगी।

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