November 10, 2024

हत्या का फरार आरोपी रायगढ़ में पकड़ाया

कोरबा 15 अप्रैल। हत्या का एक आरोपी बैंगलोर में लुक छिपकर रह रहा था। 2 दिवस पूर्व ही रायगढ़ आया था जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। मामले का विवरण इस प्रकार है कि वर्ष 2019 में प्रार्थी भानू प्रताप खूटे पिता सहदेव खुंटे उम्र 42 वर्ष साकिन प्रेमनगर ने लिखित आवेदन पेश किया था कि आरोपीगण राजेश साहू, पिन्टू उर्फ राकेश साहू, राकेश दास, राहुल दास, राहुल सारथी, दिव्यांशु मिश्रा व अन्य साथी मिलकर पुरानी रंजिश को लेकर प्रेमनगर में इसे व इनके साथी सुनील सिंह, मृगेश साहू को लाठी,डण्डा, राड इत्यादि से मारकर प्राण घातक चोट पहुंचाये है, जिससे सभी को गंभीर चोट लगी है। जिस पर अपराध कमांक 375-2019 धारा-294,506 बी 147,148, 149, 427, 307 भादवि कायम कर विवेचना किया गया। विवेचना दौरान सुनील सिंह की उपचार दौरान मृत्यु होने से प्रकरण में धारा-302 भादवि जोड़ा गया है।

प्रकरण में विवेचना के दौरान आरोपी दिव्यांशु मिश्रा, राहुल दास, राकेश दास, देवेन्द्र कुमार बिंझवार, प्रदीप सारथी, आकाश दास, इंद्र यादव, नितेश उर्फ निकेश दास, राजेश साहू को गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। प्रकरण के अन्य आरोपियों के धरकपड़ हेतु पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के निर्देशन पर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर व नगर पुलिस अधीक्षक खोमनलाल सिन्हा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक सनत कुमार सोनवानी के नेतृत्व में कुसमुण्डा पुलिस टीम के द्वारा प्रकरण के आरोपियों के पता तलाश आस-पास के जिलो एवं दीगर राज्य में किया जा रहा था, इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि प्रकरण के मुख्य आरोपी राकेश साहू उर्फ पिन्टू पिता स्व.श्यामलाल साहू उम्र 21 साल निवासी आनंदनगर कुसमुण्डा का घटना के बाद से फरार था, जो अपने मामा के घर सूर्या कालोनी रायगढ़ आया है कि सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी निरीक्षक सनत कुमार सोनवानी के नेतृत्व में कुसमुण्डा पुलिस टीम सूर्या कालोनी रायगढ़ में घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा गया जो आरोपी से पूछताछ करने पर घटना कारित कर भागकर बैंगलोर में रहना एवं 02-03 दिन पूर्व ही अपने मामा के घर सूर्या कालोनी रायगढ़ आना और लुक-छिपकर रहना बताया। आरोपी को उक्त धारा सदर में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है। उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक सनत कुमार सोनवानी, सउनि संतराम सिन्हा, राजेन्द्र पाण्डेय, प्रधान आरक्षक खगेश राठौर, लक्ष्मीप्रसाद रात्रे, आरक्षक महेन्द्र चन्द्रा की सराहनीय भूमिका रही है।

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