November 23, 2024

जिले में पर्याप्त मानसूनी बारिश से लगभग 70 प्रतिशत पूरी हुई खरीफ फसलों की बुआई

कोरबा 31 जुलाई। जिले में चालू खरीफ सीजन में अच्छी बारिश होने के फलस्वरूप किसान खरीफ फसलों की बुआई में लगे हुए हैं। जिले में अभी तक निर्धारित लक्ष्य के लगभग 70 प्रतिशत रकबे में खरीफ फसलों की बुआई पूरी हो चुकी है। इस वर्ष एक लाख 31 हजार 300 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की खेती की जायेगी जिसमें से 91 हजार 729 हेक्टेयर में बुआई पूरी हो चुकी है। धान के लिए निर्धारित लक्ष्य 95 हजार हेक्टेयर रकबे की तुलना में 71 हजार 053 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुआई पूरी हो चुकी है। इस प्रकार धान के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप लगभग 75 प्रतिशत बुआई पूरी हो चुकी है। इस वर्ष खरीफ मौसम में साढ़े 33 हजार 230 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपा पद्धति से और 58 हजार 130 हेक्टेयर क्षेत्र में बोता पद्धति से धान की खेती होगी। अभी तक रोपा पद्धति से 16 हजार 208 हेक्टेयर में और बोता पद्धति से 47 हजार 831 हेक्टेयर भूमि में धान की बुआई हो चुकी है। किसानों ने अभी तक सात हजार 502 हेक्टयर क्षेत्र में मक्के की भी बोनी पूरी कर ली है। राज्य शासन के मंशा अनुरूप किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए इस साल धान के रकबे में कमी की गई है और दलहन-तिलहन फसलों का रकबा बढ़ाया गया है। इस वर्ष 13 हजार 403 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन और तिलहनों की फसलें लगेंगी जोकि पिछले वर्ष से एक हजार 466 हेक्टेयर अधिक होगा। पिछले वर्ष 11 हजार 937 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन-तिलहनी फसलों की खेती की गई थी। धान, ज्वार, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी को मिलाकर जिले में चालू खरीफ मौसम में एक लाख 05 हजार 465 हेक्टेयर क्षेत्र में अनाज फसलें ली जायेंगी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अनाज फसलों के कुल रकबे में 656 हेक्टेयर की वृद्धि होगी।

उप संचालक कृषि ने बताया कि कोरबा जिले में चालू खरीफ मौसम में दस हजार 520 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहनी और दो हजार 883 हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहनी फसलें लगाई जायेगी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दलहनी फसलों का रकबा एक हजार 151 हेक्टेयर और तिलहनी फसलों का रकबा लगभग 315 हेक्टेयर बढ़ेगा। जिले में चालू खरीफ मौसम में 12 हजार 432 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जी व अन्य दूसरी फसलें ली जायेगी। उप संचालक ने बताया कि 10 हजार 010 हेक्टेयर क्षेत्र मे मक्का, 215 हेक्टेयर क्षेत्र में कोदो-कुटकी और 25 हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार तथा 215 हेक्टेयर में रागी फसल ली जायेगी। चालू खरीफ मौसम में चार हजार 350 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, दो हजार 911 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, दो हजार 610 हेक्टेयर क्षेत्र में कुल्थी व अन्य फसलें तथा 649 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग की खेती होगी। इसी प्रकार एक हजार 658 हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 810 हेक्टेयर क्षेत्र में रामतिल और 415 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली की बोनी की जायेगी।

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