November 22, 2024

रक्षा क्षेत्र में भारत को एक पूर्ण निर्यातक के रूप में दुनिया के सामने लाएंगे: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

नागपुर 24 अगस्त। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज 24 अगस्त को नागपुर के EEL में मल्टी मोड हैंड ग्रेनेड की हैंडिंग ओवर सेरेमनी को संबोधित किया। इस दौरान डीआरडीओं की तारीफ करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि आज, DRDO के ‘टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला’ की सहायता से, मैसर्स इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड’ द्वारा पहली बार निर्मित ‘मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड’ भारतीय सेना को सौंपा गया है। यह पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की साझेदारी का एक बड़ा उदाहरण है। जानकारी के लिए बता दें कि यह ग्रेनेड न केवल घातक है, बल्कि इस्तेमाल करने के लिहाज से अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय भी है। इसके अलावा यह आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरीकों से काम करता है। इसकी सटीकता 99 फीसदी से अधिक है।

रक्षामंत्री ने कहा कि किसी भी उद्योग के लिए सुदृढ़ आधारभूत संरचना सबसे पहली और जरूरी चीज होती है। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना की है। ये कॉरिडोर आने वाले समय में न केवल घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करेंगे, बल्कि भारत को एक पूर्ण निर्यातक के रूप में भी दुनिया के सामने लाएंगे।

रक्षा मंत्रालय ने जारी किया डिफेंस प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी 2020 का ड्राफ्ट

राजनाथ सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने पहली बार, एक बड़ा कदम उठाते हुए, डिफेंस प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी 2020 का ड्राफ्ट जारी किया है। यह पॉलिसी वर्ष 2025 तक लगभग 1,75,000 करोड़ रुपये के वार्षिक टर्नओवर के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगी। इस दौरान रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि वर्ष 2021-22 के दौरान पूंजी अधिग्रहण बजट के अंतर्गत घरेलू खरीद के लिए बजट को 54% से बढ़ाकर 64% कर दिया गया है। इसी तरह पहली बार, इस वर्ष के लिए घरेलू रक्षा उद्योग की 15% खरीद, प्राइवेट सेक्टर क्षेत्र के लिए निर्धारित कर दी गई है।

रिसर्च में मददगार साबित होगा iDEX

रक्षा मंत्री ने कहा कि इकाईयां अपनी रिसर्च और डेवेलपमेंट में कई बार, 80-90 फीसदी तक खर्च कर देती है, जबकि उत्पाद की लागत तो महज 10-20 फीसदी की होती है। ऐसे में नई उभरती इंडस्ट्री के लिए टेक्नोलॉजी विकसित करना बड़ी मुश्किल का काम है। ऐसे में नई तकनीकों में सुधार करने, डिफेंस और ऐरोस्पेस से जुड़ी समस्याओं को हल करने, और स्टार्टअप्स लाने के उद्देश्य से iDEX लॉन्च किया गया है।

हमारी इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ रही

अपनी बात को खत्म करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि जिस गति से हमारी इंडस्ट्री आगे बढ़ रही हैं, रक्षा उत्पादन में अपना योगदान दे रही हैं, निर्यात दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं, मुझे पूर्ण विश्वास है कि जल्दी ही, उसी अखबार में लिखा होगा, “India as Defence Manufacturing Hub for the World.

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