December 23, 2024

एकाएक बाजार से गायब हो गए, अब प्रशासन सम्भाले कमान

रवि शुक्ला
मुंगेली 19 जुलाई। प्रदेश में कोरोना संक्रमणों के मामलों को लेकर प्रदेश सरकार भी अब चिंतित नजर आ रही है। इसी के तहत मुख्यमंत्री के द्वारा मंत्रीमंडल की बैठक लेकर कोरोना के बढ़ते कहर को रोकने क्या उपाय किया जा सकता है इस पर चर्चा की गयी जिसके बाद प्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन करने को लेकर निर्णय लिया गया है। वही सरकार के इस निर्णय के आते ही बाजार से राजश्री, गुड़ाखु , सिगरेट एवँ अन्य खाद्य सामग्री एकाएक बाजार से गायब हो रहे है।
स्थानीय लोगो के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अचानक कई चीजें बाजार से गायब हो गयी है इसका सीधा सीधा मतलब है कि जमाखोरी करने वाले कारोबारी और उनके बिचौलिए अचानक से सक्रिय हो गए और ये आवश्यक चीजे जमाखोरी की भेंट चढ़ गयी गौरतलब हो कि जिले में इससे पहले हुए लॉकडाउन में कुछ लालची लोगो के द्वारा आम नागरिकों के रोजमर्रा के उपयोग में आनेवाली चीजो की जमाखोरी कर ऊंचे दामों में बेचने का खेल धड़ल्ले से चल रहा था जिसकी शिकायत मिलने के बाद प्रशासन और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा कार्यवाही करते हुए लाखों रुपये का माल जप्त करने में सफल हुए थे लेकिन उन मामलों में लिप्त लोगो के खिलाफ क्या कार्यवाही हुई इस संदर्भ में आजतक कोई जानकारी प्रशासन और खाद्य विभाग के द्वारा नही दी गयी और एक बार फिर से लॉकडाउन के घोषणा के बाद फिर से कुछ लालची लोगो के द्वारा इन जरूरी चीजों को बाजार से गायब कर दिया गया है। इससे साफ जाहिर होता है कि नगर में जमाखोरी करने वाली गैंग फिर से सक्रिय हो गए है और इन जरूरी चीजों को बाजार से गायब कर महंगे दामो में बेचने का खेल एकबार फिर से खेला जाएगा। हालांकि जिस तरह से मंत्री मंडल की बैठक के बाद प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय लेते हुए लॉकडाउन को लेकर जो भी फैसले लेने है वो सारी जिम्मेदारी जिले के कलेक्टरों के कंधों पर डाल दिया है लेकिन जमाखोरी के लिए मशहूर लोग अपने काम मे पूरी ईमानदारी से लगते हुए मुनाफाखोरी के अपने धर्म को निभानेे लग गए है और उन्हें पूरा भरोसा है कि जिले और नगर में जैसे ही लॉकडाउन का काउंटडाऊन शुरू होगा, बाजार में इन जरूरी चीजों की किल्लत होते ही हमारी नोट छपनी शुरू हो जाएगी।
बहरहाल ऐसे में देखना होगा कि ऐसे जमाखोरी कर महंगाई को बढ़ाने वाले लोगो के खिलाफ जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम के द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है जिससे आम लोगो को राहत मिल सके। लॉकडाउन की खबर सुनते ही एक तरफ जहां कालाबाजारी जमाखोरी में जुट चुके हैं तो वहीं आम लोग भी जरूरत से अधिक सामग्रियों का स्टॉक करने लगे हैं। यही कारण है कि शनिवार शाम से अचानक बाजार में गहमागहमी बढ़ गई है। पिछले अनुभव से सबक लेते हुए लोग पान मसाला, सिगरेट, गुड़ाखू यहां तक कि शराब का भी स्टॉक जमा कर रहे हैं, जिस कारण पान दुकानों में और शराब दुकानों के बाहर लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही है। तो वही आम लोग लॉकडाउन और कर्फ्यू की आशंका के चलते जरूरी राशन जुटाने में लगे हुए हैं।
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