October 2, 2024

कोरबा 31 दिसंबर। कुसमुंडा क्षेत्र के भू-विस्थापित किसान नियमित रोजगार देने की मांग पर एसईसीएल के कुसमुंडा मुख्यालय पर 1 जनवरी को जंगी प्रदर्शन करेंगे।

उल्लेखनीय है कि भूविस्थापितों को नियमित रोजगार देने की मांग पर 61 दिन से भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बेनर तले धरना दिया जा रहा है। इस बीच दो बार खदान बंदी भी की गई और आंदोलनकारी गिरफतार भी किये गए हैं। एसईसीएल प्रबंधन ने एक माह में उन्हें रोजगार देने का लिखित वादा किया था, लेकिन इसमें असफल रहा। रोजगार के बदले भूविस्थापितों को ठेकेदारी देने के प्रबंधन के प्रस्ताव को उन्होंने पूरी तरह ठुकरा दिया है। भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के दामोदर श्याम, राधेश्याम कश्यप,रेशम और किसान सभा के प्रशांत झा,दीपक साहू ने कहा कि इस क्षेत्र में वर्ष 1978-2004 के मध्य भूमि का अधिग्रहण किया गया है, इसलिए तब की पुनर्वास नीति के तहत रोजगार देने की उनकी मांग जायज है, जबकि प्रबंधन वर्ष 2012 की पुनर्वास नीति के तहत उन्हें रोजगार देने की पेशकश कर रहा है। इस नीति के तहत भूविस्थापितो को रोजगार नहीं मिलेगा। उनका कहना है कि यदि एसईसीएल ने उन्हें समय पर रोजगार नहीं दिया है, तो इसके लिए प्रबंधन जिम्मेदार है, न कि भूविस्थापित किसान। इसलिए पुरानी नीति से मुआवजा और नई नीति से रोजगार की एसईसीएल की पेशकश आंदोलनकारियों को स्वीकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसईसीएल प्रबंधन भू-विस्थापितों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भू-विस्थापित जमीन के बदले रोजगार मिलने तक संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि विस्थापितों को सम्मानजनक जीवन और पुनर्वास प्रदान करना एसईसीएल और सरकार की जिम्मेदारी है, इसलिए वह सभी भू -विस्थापित परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार देने की प्रक्रिया जल्द शुरू करे।

किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि जब पूरी दुनिया नए साल का जश्न मना रही होगी, तब कुसमुंडा के भू-विस्थापित किसान अपने परिवार के साथ अपनी जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। 61 वें दिन धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से विनय बिंझवार,जवाहर सिंह कंवर, रेशम, गणेश प्रभु, मोहन कौशिक,जय कौशिक,रघुनंदन, सनत,दीनानाथ, बलराम,सहोरिक, अनिल बिंझवार,मोहन यादव, बजरंग सोनी,अशोक साहू,संजय यादव, हरिशंकर, लंबोदर श्याम,ओंकार साहू,हेमलाल, हेमंत, टाकेश्वर, हरिहर पटेल,मंगल सिंह,रामप्रसाद उपस्थित थे।

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