November 22, 2024

बिजली के लचर व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति बाधित, वितरण विभाग को सौंपा ज्ञापन

कोरबा 5 जून। नगर पंचायत छुरीकला कि बिजली के लचर व्यवस्था से नगरवासी काफी त्रस्त हैं, आए दिन बिजली बंद होने से बिजली से संबंधित उपक्रम व पेयजल आपूर्ति व्यवधान होने से पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। वितरण विभाग के अधिकारी नगर की बिजली व्यवस्था मे कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। इससे क्षेत्रवासियों में नाराजगी व्याप्त है।   

विद्युत की लचर व्यवस्था को लेकर नगर पंचायत अध्यक्ष नीलम देवांगन के नाम विधायक प्रतिनिधि व पूर्व नगर अध्यक्ष अशोक देवांगन ने पार्षदों के साथ वितरण विभाग कटघोरा को पांच सूत्रीय मांग पत्र को लेकर ज्ञापन सौपा गया। बिजली व्यवस्था में तत्काल सुधार नही किया जाता है तो धरना प्रदर्शन आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। नगरवासी पिछले चार माह से बिजली की लचर व्यवस्था से जुझ रहे है। भीषण गर्मी में भी बिजली की आंख मिचौली से कूलर पंखा से भी राहत नहीं मिल पा रहा है। बिजली से चलने वाले उपक्रम व बिजली से जुडे पेयजल आपूर्ति बाधित होने से आमजनों को पानी के लिए मोहताज होना पड रहा है। नगर में छोटे-बडे मिलाकर 38 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। 33 केवी के दो फीडर है, इसके बावजूद नगर कि बिजली व्यवस्था बिगड़ी रहती है। मरम्मत के नाम पर हमेशा समस्या बनी रहती है। नगर पंचायत क्षेत्र में वितरण विभाग के मात्र तीन कर्मचारी पदस्थ है, परंतु एक कर्मचारी को ही क्षेत्र में काम करते देखा जाता है और दो कर्मचारी हमेशा नदारत रहते है। नगर पंचायत पूर्व अध्यक्ष व विधायक प्रतिनिधि अशोक देवांगन ने पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए बताया कि नगर की बिजली व्यवस्था पिछले चार माह से बिगड़ी हुई है, आए दिन बिजली का बंद होना, बार-बार ट्रिप मारना व मरम्मत के नाम पर घंटों बिजली बंद रखना, आमबात हो गई है। सबसे अधिक असर पेयजल आपूर्ति पर पड़ रहा हैए आमजनों को समय पर पानी नहीं मिल पा रहा है। अशोक ने बताया कि नगर के वंदना 33 फीडर से नगर समेत आसपास दूर दराज के ग्रामों को इसी फिडर से जोड कर बिजली आपूर्ति की जा रही है, इससे फीडर में ओवरलोड होने से आए दिन तार टूटने की समस्या बनी रहती है। फीडर के लोड को कम करने के लिए छुरीकला व ढेलवाडीह को ही जोडा जाए। छुरीकला फीडर को टाउन फीडर बनाकर ग्रामीण क्षेत्र को इससे अलग किया जाए और जगह-जगह एबी स्वीच लगाने, खंभों मे लगाए गए पुराने एलटी तारों को बदलने की मांग की गई है।

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