रोजगार की मांग को लेकर भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
0 अधिकारियों ने नहीं ली सुध
कोरबा। कुसमुंडा जीएम कार्यालय के सामने रोजगार की मांग को लेकर जारी भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इसके बाद भी अधिकारियों ने सुध नहीं ली है। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने कुसमुंडा में बरसों पुराने भूमि अधिग्रहण के बदले लंबित रोजगार प्रकरण का निराकरण कर जमीन के बदले रोजगार की मांग को लेकर किसान सभा के नेतृत्व में भू-विस्थापितों ने एसईसीएल कुसमुंडा मुख्यालय के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दिया है।
भूख हड़ताल में किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के अध्यक्ष रेशम यादव सचिव दामोदर श्याम 3 लोग बैठे हैं। भूख हड़ताल के समर्थन में गेवरा, दीपका समेत कुसमुंडा के सैकड़ों भू-विस्थापित परिवार सहित आंदोलन में शामिल है। किसान सभा के नेता ने कहा कि किसान सभा भ-ूविस्थापितों के चल रहे संघर्ष में हर पल उनके साथ खड़ी रहेगी। देश हित के नाम पर भू-विस्थापित किसानों से आजीविका के साधन जमीन का अधिग्रहण करने के बाद भू-विस्थापितों के जीवन को अंधकार बनाने वाले नीतियों एवं एसईसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन द्वारा भू-विस्थापितों की समस्याओं के प्रति गंभीरता से समस्याओं का निराकरण नहीं करने के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में बैठने के लिए मजबूर हुए हैं। आंदोलन में प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, रेशम यादव, दामोदर श्याम, रघु यादव, सुमेन्द्र सिंह ठकराल, दीना नाथ, मोहनलाल यादव, हरिहर पटेल, धुनिराम कौशिक, बृजमोहन, अमृत बाई, सरिता, राजेश्वरी, वीरसिंह, विकास सिंह, नरेंद्र, बसंत चौहान, राकेश कंवर, शिवदयाल, रामायण सिंह कंवर, संजय यादव, सत्रुहन दास, अघन बाई, मीना बाई, कनकन बाई, सुकल बाई, जीरा बाई, गीता बाई के साथ बड़ी संख्या में भू-विस्थापित शामिल हैं।