खरमास पर लगा विराम, अब बजेगी शहनाई
0 शुभ मुहूर्त की भरमार
कोरबा। खरमास के कारण मांगलिक कार्यों पर विराम लगा हुआ था। खरमास पर विराम लगने के साथ ही अब शहनाई बजेगी। शुभ मुहूर्त की भरमार के बीच बाजार में रौनक छा जाएगी।
खरमास 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। इसके बाद से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। शादी विवाह के काफी मुहूर्त हैं। जिनके घर में युवक-युवतियों की शादी है वह तैयारी शुरू कर चुके हैं। शुभ मुहूर्त को देखते हुए बाजार भी चमकेगा। शादी विवाह के लिए साजो, सामान की खरीदारी भी होगी। मेष संक्रांति यानी सतुआन के बाद खरमास खत्म हो जाता है। चूंकि खरमास में शादी विवाह के साथ-साथ अन्य मांगलिक कार्यक्रम शास्त्रों के अनुसार वर्जित है, इसलिए खरमास समाप्त होने के बाद से मांगलिक कार्य शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। सतुआन पर्व 14 अप्रैल को मनाया जाएगा और इसी दिन खरमास भी खत्म हो रहा है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार सतुआन के दिन शाम पांच बजकर चार मिनट पर सूर्य का उच्च राशि में प्रवेश के बाद से खरमास की समाप्ति हो जाएगी, लेकिन बीते 31 मार्च से गुरु ग्रह के अस्त हो जाने से शुभ कार्य पर अभी भी विराम लगा रहेगा। सूर्य वर्ष भर एक राशि से दूसरी राशि में भ्रमण करता है, लेकिन धनु या मीन राशि में जाने पर ही इसे खरमास कहा जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार खरमास साल में दो बार आता है, जो एक बार नवंबर-दिसंबर के महीने में और दूसरी बार मार्च अप्रैल के महीने में पड़ता है। जब सूर्य बृहस्पति के राशियों के घरों में जाता है तब खरमास लगता है। 15 मार्च को खरमास लगा है, जो 14 अप्रैल को खत्म हो जाएगा। जब सूर्य भगवान मीन राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लगता है और दूसरा जब सूर्य भगवान धनु राशि में प्रवेश करते हैं। उस समय भी यह लगता है। सूर्य भगवान प्रत्यक्ष देवता है और सूर्य भगवान जब अपने देवताओं के गुरु बृहस्पति के घर पहुंचते हैं तो वह अपने तेज को कम कर लेते हैं तो सूर्य भगवान का तेजकम हो जाने से किसी भी शुभ काम को करना वर्जित माना जाता है।
0 अप्रैल में नहीं है मुहूर्त
खरमास समाप्त हो रहा है पर अप्रैल माह में विवाह के मुहूर्त नहीं हैं। अन्य मांगलिक कार्य जरूर हो सकेंगे। मई 2023 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 2, 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 और 30 मई को है। जून के महीने में 1 , 3, 5, 7, 11, 12, 13, 16, 22, 23, 26 एवं 28 जून को पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद सीधे 23 नवंबर से मुहूर्त आरंभ होंगे।