छत्तीसगढ़ी संस्कृति की महक देश दुनिया तक पहुंची : जयसिंह
0 छत्तीसगढ़ महतारी संस्कृति संर्वधन समिति आयोजित हरेली महोत्सव में शामिल हुए राजस्व मंत्री एवं सांसद ज्योत्सना महंत
कोरबा। आज पूरे प्रदेश में हरेली महोत्सव की धूम रही। गांव से लेकर शहर तक हर वर्ग के लोग गेड़ी चढ़ते देखे गये। शहरों में सामूहिक आयोजन से छत्तीगढ़िया संस्कृति की झलक और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की महक दिखाई दी। कोरबा शहर में छत्तीसगढ़ महतारी संस्कृति संर्वधन समिति का आयोजन प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा। बीते 19 सालों से समिति इस आयोजन को बड़े जोर शोर से करते आ रही है। आयोजन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कोरबा विधायक एवं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश में छत्तीसगढ़िया संस्कृति की महक पहुंची है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से विकास के साथ साथ छत्तीसगढ़िया संस्कृति का संवर्धन और संरक्षण करने का काम भूपेश सरकार कर रही है।
छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर अंगना में आयोजित इस समारोह में हर वर्ग के लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। अग्रवाल ने कहा कि 10 वर्ष पूर्व विधायक रहते हुए सबसे पहले छत्तीसगढ़ महतारी का मंदिर बनाया जो पूरे प्रदेश में एक प्रेरणा बना। आज हमारी संस्कृति धरोहर के रूप में आगे बढ़ रही है, ताकि आने वाली पीढ़ी को भी इस महान संस्कृति का परिचय हो सके। हम सभी छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संवाहक बन कर इसे विस्तृत रूप में नई पीढ़ी को सौंपनी है। राजस्व मंत्री ने कहा कि भूपेश सरकार की न्याय योजना से खेती-खार झूमने लगी और बीते साढ़े चार साल में योजना से खेती का रकबा लगभग डेढ़ गुना बढ़ गया। खेती छोड़ चुके किसान अब फिर से खेती की ओर लौटे और पलायन समाप्त हुआ। इन साढ़े चार सालों में हरेली त्योहार की खुशी चार गुना बढ़ गई, क्योंकि हमारे प्रदेश के किसान अब खुशहाल हो गये हैं। आज परिसर छत्तीसगढ़ी संस्कृति और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से महकने लगा है। गेड़ी, गिल्ली डंडा, फुगड़ी, सुआ नाच, नारियल फेंक, रंगोली, छत्तीसगढ़ी गीत, भाषण सहित छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। दोपहर में सभी ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों ठेठरी, खुर्मी, गुलगुला भजिया, चिला, फरा, डुबकी कढ़ी, बफौरी, बरा, अईरसा रोटी का स्वाद लिया। ऐसा स्वाद कि लोग चटकारे मारने लगे और तारीफ के पुल बांधते रहे।
अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति हमारे रग-रग में समाई हुई है और इसे ऊंचाई तक पहुचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। आज हम इस महान पर्व को एक साथ पूरे प्रदेश मे मना कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को देश दुनिया तक संदेश भेज रहे हैं। यह हरेली किसानों के लिये महत्वपूर्ण है। इस दिन रोपाई बोआई पूरी कर किसान खेती यंत्रों की पूजा पाठ कर समृद्धि की कामना करते हैं। प्रदेश सरकार ने किसानों की समृद्धि के लिए पूरा खजाना खोल दिया, ताकि हमारे किसान समृद्धि की ओर बढ़ सकें।
विशिष्ट अतिथि महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ की माटी में वह आकर्षण है कि जो भी यहां आता है, इसकी संस्कृति में रच-बस जाता है। आज प्रदेश की जनकल्याण योजनाओं से छत्तीसगढ़ महतारी आल्हादित हैं। सभापति श्यामसुंदर सोनी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल व सपना चौहान ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह प्रधान ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी साझा की।
इस अवसर पर सामाजिक संगठनों के प्रमुख, राजनैतिक, व्यापारी बंधु सहित महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर, राजेंद्र तिवारी, दुष्यंत शर्मा, धुरपाल सिंह कंवर, राजेंद्र तिवारी, रूपा मिश्रा, हरिशचंद्र निषाद (संरक्षक), रजनीश निषाद, मोहन प्रधान, मनीराम साहू, सीमा उपाध्याय, एफडी मानिकपुरी, द्रोपति तिवारी, त्रिवेणी मिरी, एडी जोशी, लक्ष्मी महंत, मनीषा अग्रवाल, भुनेश्वर राज, राजेश यादव, प्यारेलाल चौधरी, घनश्याम श्रीवास, डिगंबर लाल कर्ष, रमेश कुमार श्रीवास, रामाधार पटेल दिनेश कैवर्त्य, आरके पांडेय, भोज राम राजवाड़े, अमृता निषाद, गीता महंत, मुन्नी नायक, प्रिती चौहान, लता केंवट, ओम केंवट, ओम प्रकाश, घनश्याम श्रीवास, रामू पांडेय, कमलेश यादव, द्रोपदी वर्मा, आरके वर्मा, मीरा अग्रवाल, लक्ष्मी नरायण देवांगन सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम की सफलता में प्रमुख रूप से आयोजन समिति के छत्तीसगढ़ महतारी संस्कृति संवर्धन सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह प्रधान, प्रदेश महासचिव प्यारेलाल चौधरी, वरिष्ठ संरक्षक इंजीनियर हरिशचंद्र निषाद, संरक्षक भोजराम रजवाड़े, यूआर महिलांगे, दिनेश कुमार केंवट, पवन जांगड़े, लता केंवट, कुसुम द्विवेदी, अमृता निषाद, गीता महंत, के आर केंवट, रजनीश निषाद, घनश्याम श्रीवास, संतोष शुक्ला, आरके पांडेय, रामाधार पटेल, दिगंबर लाल, रमेश कुमार श्रीवास, आरपी खांडे, आरडी भारद्वाज, शिव शंकर कटकवार, सुरेश कुमार द्विवेदी, देव बघेल, तरुण राठौर, नकुल राजवाड़े, मानसिंह राठिया, संजय चंदेल, दिलीप कुर्रे, मुन्नी नायक, राबिया बेगम, प्रीति चौहान, क्रांति सोनी, श्याम बाई, ममता कटकवार, द्रोपदी तिवारी, सरिता चौधरी, ज्योति श्रीवास्तव, श्यामा चौहान, रंजीता सिंह, सुभद्रा श्रीवास, नरेंद्र श्रीवास, आनंद देवांगन, पुजारी श्यामलाल सिदार, गोपाल दास महंत, धनराज निर्मलकर, प्रभात सिंह, नैतिक दास, महेंद्र पटेल, महेंद्र चंद्रा, दुर्गेश नेताम, प्रभात सिंह, निर्मल सिंह राज, बसंत टंडन, आरके चौहान, एसएन कुंभकार, एमके अलकाराख, रामकुमार साहू आदि की भूमिका सराहनीय रही।
0 छत्तीसगढ़ महतारी एवं कृषि यंत्रों की विधि विधान से पूजा पाठ
कार्यक्रम से पूर्व छत्तीसगढ़ महतारी एवं कृषि यंत्रों की विधि विधान से अतिथियों ने पूजा पाठ की और प्रदेश की खुशहाली की कामना करते हुए इंद्रदेव से भी आशीर्वाद मांगा कि इस वर्ष मानसून बेहतर हो और हमारे अन्नदाता खुशहाल बनें। कार्यक्रम की शुरुआत राजगीत एवं हरेली से जुड़े छत्तीसगढ़ी गीतों से हुआ।
0 प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
हरेली तिहार को कई रूपों में मनाया गया। सुबह 9 बजे से ही प्रतियोगिताएं प्रारंभ हो गई थी। सभी वर्ग के लोगों में प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी संस्कृति से बच्चों को परिचय कराना था, ताकि आने वाली पीढ़ी इसे और संवर्धित कर सकें। प्रतिभागियों में से बेतहर प्रदर्शन करने वालों को अतिथियों ने पुरस्कृत भी किया।
0 विशाल भंडारा का आयोजन
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया था, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य के भागी बने।
0 रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन
मंचीय कार्यक्रम के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद ज्योत्सना महंत, महापौर राजकिशोर प्रसाद सभापति श्यामसुंदर सोनी, उषा तिवारी, सुरेन्द्र जायसवाल सहित वरिष्ठ नेता भी तिरक उठें। वहीं गेड़ी और नारियल फेंक प्रतियोगिता में भागीदारी भी बने।