November 22, 2024

कुसमुंडा के विकास नगर कॉलोनी से गुजर रहे भारी वाहन, हादसे की बढ़ी आशंका

0 आए दिन मार्ग पर जाम से त्रस्त हैं लोग
कोरबा।
कुसमुंडा मार्ग पर जाम से निजात नहीं मिल रही है। भारी वाहन चालक लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। वे लोगों की जान को भी खतरे में डालने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। बकायदा कॉलोनी के भीतरी मार्ग से भारी वाहनों का परिचालन किया जा रहा है।
कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर भारी वाहनों की बेतरतीबी से हर कोई वाकिफ है। यही बेतरतीबी बड़ी जाम का कारण बन रही है। कुचेना मोड़ से इमलीछापर चौक, इमलीछापर चौक से शिवमंदिर चौक, वैशाली नगर खमरिया तक, कुसमुंडा थाना चौक, बरमपुर मोड से सर्वमंगला चौक तक हर दिन लगने वाला भारी जाम इसका ताजा उदाहरण है। इस जाम की बड़ी वजह सिर्फ भारी वाहनों का अव्यवस्थित ढंग से चलना और अवैध पार्किंग बनाना ही है। अपनी दिशा को छोड़ कर विपरित दिशा में घुस कर आगे बढ़ना और कहीं भी पार्किंग लगा देना है। एक ही दिशा में तीन से चार लाइन में भारी वाहनों की कतार लग रही है, जिससे सामने से आने वाले वाहनों को मार्ग नहीं मिलता और जाम की स्थिति निर्मित होती है। ये सब प्रशासन भली भांति जानता है बावजूद इसके व्यवस्थित करने का किसी प्रकार से कोई पहल नहीं की जा रही है। अव्यवस्था का यह आलम यहीं तक नहीं है। भारी वाहनों का बस चले तो आपके घर के भीतर से अपना मार्ग बना लें। ताजा उदाहरण विकास नगर कॉलोनी का है। यहां बीते गुरुवार की मध्य रात्रि करीब दर्जन भर ट्रेलर चर्च कॉम्प्लेक्स के पास से विकास नगर कॉलोनी घुसे और कॉलोनी मार्ग से होते हुए शिव मंदिर चौक से निकलते हुए कोरबा की ओर रवाना हो गए। इसके अलावा शाम में ही भारी भरकम वाहन भी कॉलोनी से गुजरते नजर आए। कॉलोनीवासी एक तो कॉलोनी मार्ग पर चार पहिया दोपहिया वाहनों के अत्याधिक आवागमन से परेशान हैं। अब भारी वाहनों के कॉलोनी से आवाजाही ने इस परेशानी को और बढ़ा दी है। हल्के वाहनों के लिए बने कॉलोनी की इन सड़कों पर जब 50 से 55 टन वजनी कोयला लदे भारी वाहन गुजरेंगे तो सड़क की क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा स्वयं लगा सकते हैं। फोर लेन सीसी रोड तक में दरार पड़ रही है ये तो फिर भी छोटी सी सड़क है। आखिर ये मनमानी कब थमेगी, आखिर ये अव्यवस्था कब सुधरेगी इसका जवाब ढूंढ़ना अब मुश्किल होता जा रहा है। आम लोगों में इस भारी अव्यवस्था को लेकर बेहद आक्रोश है। यह आक्रोश किसी दिन अव्यवस्था पर ही भारी न पड़ जाए यह भी चिंतन का विषय है।

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