त्रिपक्षीय वार्ता के मिनट्स में खुलासा, बीएमएस और एचएमएस सुलह के लिए हैं तैयार
0 सुलह बैठक की खबर से कोल सेक्टर में गरमाई सियासत
कोरबा। कोयला उद्योग में हड़ताल को लेकर मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता के मिनट्स सामने आए हैं, जो यह खुलासा कर रहे हैं कि बीएमएस और एचएमएस सुलह के लिए तैयार हैं। इससे कोल सेक्टर में राजनीति गरमा चुकी है।
जबलपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद वेतन संबंधी उपजी स्थिति को लेकर पांचों श्रमिक संगठन एचएमएस, बीएमएस, इंटक, सीटू, एटक ने 5, 6, 7 अक्टूबर को कोयला उद्योग में हड़ताल का ऐलान किया था। कोल इंडिया प्रबंधन ने हड़ताल टालने के लिए 27 सितंबर को नई दिल्ली में पांचो यूनियन के प्रमुख नेताओं को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था। इस वार्ता में 11 अक्टूबर तक हड़ताल को स्थगित किए जाने का निर्णय लिया गया था। इसी दिन प्रस्तावित हड़ताल को लेकर मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय द्वारा भी पांचों यूनियन और सीआईएल प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई थी, लेकिन सीएलसी के साथ आयोजित वार्ता में इंटक, सीटू, एटक के नेता सम्मिलित नहीं हुए थे। सीएलसी की बुलाई गई वार्ता में भारतीय मजदूर संघ से सुधीर घुरडे, अशीष मूर्ति तथा हिंद मजदूर सभा से नाथूलाल पांडेय, रामांशु पांडेय ने शिरकत की थी। इस बैठक में बताया गया कि सीआईएल प्रबंधन के साथ हुई बैठक में 11 अक्टूबर तक हड़ताल स्थगित करने पर सहमति बनाई गई है। मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय ने भी हड़ताल पर नहीं जाने की सलाह दी। मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय से त्रिपक्षीय वार्ता के मिनट्स सामने आए हैं। इस मिनट्स की अंतिम लाइन बीएमएस एवं एचएमएस पर सवाल खड़ी करती है। इस लाइन में लिखा है कि दोनों यूनियन (बीएमएस व एचएमएस) की आपसी सहमति से सुलह बैठक के लिए 10 अक्टूबर की तारीख तय की गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या बीएमएस और एचएमएस हड़ताल पर नहीं जाने के लिए मुख्य श्रमायुक्त के साथ सुलह बैठक करेंगे। रांची की बैठक में जब तीन दिवसीय हड़ताल का निर्णय लेते हुए इसका ऐलान किया गया था, तब एचएमएस नेता नाथूलाल पांडेय ने हड़ताल से हटने की बात कही थी। श्री पांडेय ने कहा था कि हड़ताल की जरूरत क्या है। रांची की बैठक में श्री पांडेय मौजूद नहीं थी। उनके स्थान पर एचएमएस से दूसरे नेता बैठक में शामिल हुए थे। हालांकि बाद में हड़ताल में सम्मिलित होने का बयान आया। इसी तरह बीएमएस को लेकर भी शंका जाहिर की गई कि वो हड़ताल में सम्मिलित होगा या नहीं। दरअसल बीएमएस के कोल प्रभारी केंद्र सरकार की मुखालफत करने से बचते हैं।
0 बीएमएस ने कहा अन्य श्रमिक संगठनों के हैं साथ
बीएमएस ने 27 सितंबर को मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता एवं सुलह बैठक के लिए सहमति देने को लेकर सफाई दी है। बीएमएस के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी ने कहा है कि कोल उद्योग में हड़ताल को लेकर उनका संगठन अन्य यूनियन के साथ है। एमएमएस से संबद्ध कोयला श्रमिक सभा के केंद्रीय अध्यक्ष एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव ने शुक्रवार को नागपुर में बीएमएस के कोल प्रभारी रेड्डी से मुलाकात की। बताया गया है कि बीएमएस के कोल प्रभारी के साथ 27 सितंबर को मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय में आयोजित हुई त्रिपक्षीय वार्ता को लेकर चर्चा की गई। बीएमएस नेता ने स्पष्ट किया है कि कोयला कामगारों के हित की लड़ाई में उनका संगठन अन्य यूनियन के साथ है। हड़ताल के मुद्दे पर बीएमएस अन्य श्रमिक संगठनों के साथ खड़ा है। नागपुर में हुई चर्चा के दौरान बीएमएस नेता आशीष मूर्ति भी उपस्थित रहे।