November 7, 2024

शक्ति उपासना का पर्व नवरात्र पर बच्चों ने धारण किया नवदुर्गा का रूप

0 आईपीएस दीपका में नवरात्र पर विशेष आयोजन
0 नवरात्र नारी शक्ति को सम्मान देने का पावन त्योहार : डॉ. संजय गुप्ता

कोरबा।
हमारी चेतना के अंदर सतोगुण; रजोगुण और तमोगुण तीनों प्रकार के गुण व्याप्त होते हैं। प्रकृति के साथ इसी चेतना के उत्सव को नवरात्र कहते हैं। इन 9 दिनों में पहले तीन दिन तमोगुणी प्रकृति की आराधना करते हैं। दूसरे तीन दिन रजोगुणी और आखिरी तीन दिन सतोगुणी प्रकृति की आराधना करते हैं।
मां एक ऐसा शब्द है जो प्रत्येक के जुबान में आते ही सहसा एक असीम आनंद की अनुभूति का एहसास कराता है। ऐसा ही सतत् एहसास तब होने लगता है जब नवरात्र का पर्व आता है। सृष्टि में चारों तरफ एक अजीब व अद्वितीय आनंद का स्पर्श साथ में लेकर आता है। चारों तरफ माता के जयकारे गूंजने लगते हैं। जय माता दी के नारों से सारा वातावरण गुंजायमान हो जाता है। हर गली, मोहल्ले, चौक-चौराहे में माताजी की मनभावन प्रतिमा का दर्शन होता है। चारों तरफ खुशियों का माहौल होता है। प्रकृति भी माता का स्वागत अपने अंदाज में करने लगती है। सुबह-सवेरे प्यारी व गुदगुदाने वाली ठंड की भी दस्तक मखमली कोहरे की धुंध के साथ होती है। धरती भी हरियाली की चादर ओढ़े होती है। खेतों में धान की सुनहरी बालियां मां धरा को नमन करने लगती हैं। वृक्षों में रंग-बिरंगी पंक्षियां कलरव करती हैं। इस प्रकार प्रकृति अपनी अदा से नवरात्र पर्व की खुशियों को साझा करती है।
नवरात्र के इसी पावन पर्व को इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका के नन्हें-मुन्हें बच्चों ने अपने अंदाज में मनाया। विभिन्न प्रकार की पारंपरिक वेशभूषा में बच्चों का उत्साह देखते ही बनता है। बच्चों ने मां दुर्गा के अलग-अलग 9 रूपों का रूप धरा, जैसे-ब्रह्मचारिणी, स्कन्दमाता, कात्यायनी, शैलपुत्री, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धीदात्री, कुष्माण्डा, चंद्रघंटा। इन सभी रूपों में बच्चे बड़े ही आकर्षक लग रहे थे। इनकी हृदयस्पर्शी मुस्कान और नयनाभिराम भावभंगिमा सहसा ही सबका मन मोह लेते थे।
सर्वप्रथम मां दुर्गा के इन जीवंत रूपों को ससम्मान पंक्तिबद्ध खड़े कर के पूरी श्रद्धा से विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने पूजा-अर्चना की। तत्पश्चात विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी क्रमश: पूजा-आरती की। मां दुर्गा की प्रफुल्लित करने वाली आरती की आवाज से पूरा विद्यालय प्रांगण गुंजायमान हो उठा। मां के चरणों पर अक्षत, चंदन, पुष्प आदि अर्पित किए गए। अंत में सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के साथ शिक्षा व संस्कार पर विशेष बल दिया जाता है यही वजह है कि यहां हर त्योहार पर एक विशेष आयोजन किया जाता है, जिसमें बच्चों को उस त्योहार को मनाने का कारण व उसे कैसे मनाया जाता है यह भी बताया जाता है। नि:संदेह प्रायोगिक ज्ञान हमारे सीखने की क्षमता एवं गति दोनों को बढ़ाता है इसलिए यहां त्योहारों का आयोजन कर बच्चों के ज्ञान वृद्धि का कार्य किया जाता है ।
इस अवसर पर विद्यालय में मां दुर्गा के नौ रूपों में बच्चों ने परिधान धारण किए। देखकर ऐसा लग रहा था मानो साक्षात् देवी के नौ रूप विद्यालय में अपने आशीष की वर्षा करने पधारी हैं। विद्यालय प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी देवियों को तिलक लगाया, पूजा की आरती किया। समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने देवियों की पूजा अर्चना व आरती में भाग लिया। तत्पश्चात बच्चों ने रास गरबा में भाग लिया।
इस अवसर पर पर प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी बच्चों एवं नगरवासियों को नवरात्र उपासना पर्व पर असत्य एवं सत्य की जीत का प्रतीक विजयदशमी की हार्दिश शुभकामनाएं दी और कहा विजयदशमी के दिन रावण के पुतले दहन के साथ हमारे मन की बुराई रूपी रावण को भी मार कर इस त्योहार को उद्देश्यपूर्ण बनाएं। नवरात्र हमें शक्ति और उत्साह देने वाले अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार हमें मां दुर्गा की शक्ति और सामर्थ्य का आदान-प्रदान करता है। मां दुर्गा की पूजा से जीवन में भय, विघ्न और शत्रुओं का विनाश होता है। इस त्योहार को भारत के लोग सदियों से मां दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति को दर्शाते हुए उनके नौ रूपों की आराधना करने के लिए मनाते हैं। जिसमें नवरात्र में नौ दिन तक पूजा-अर्चना कर व्रत रखे जाते हैं। साथ ही धूमधाम से नाच-गाने के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत के दिन के रूप में याद रखकर लोग इसे एक त्योहार के रूप में मनाते हैं।

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