एसईसीएल के कोयला उत्पादन पर पड़ा बारिश का प्रभाव
0 दो दिन में लगभग 1 लाख टन कम उत्पादन
कोरबा। एसईसीएल के कोयला उत्पादन की रफ्तार पर बेमौसम बारिश ने ब्रेक लगा दिया है। जिस रफ्तार से पहले खदानों से उत्पादन हो रहा था बारिश से इसमें प्रभाव पड़ा है। 2 दिन की बारिश से मंगलवार के कोयला उत्पादन में लगभग 33 हजार टन की गिरावट दर्ज की गई है।
दो दिन की बारिश से एसईसीएल की जिले में संचालित मेगा माइंस का उत्पादन घटा है। इस कारण सोमवार व मंगलवार को एसईसीएल डेली कोल प्रोडक्शन का टारगेट हासिल नहीं कर पाई, जबकि इसके पहले रविवार को कोल कंपनी ने रोजाना के 8 लाख 38 हजार टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य से 12 हजार टन अधिक कोयला उत्पादन किया था। बेमौसम बारिश का मेगा माइंस के उत्पादन पर असर पड़ा है। सोमवार को एसईसीएल के रोजाना डेली कोल प्रोडक्शन के लक्ष्य 8 लाख 38 हजार टन के मुकाबले 7 लाख 73 हजार टन ही कोयला उत्पादन कर पाई। इस तरह 65 हजार टन कम कोल प्रोडक्शन हुआ। मंगलवार को भी 8 लाख 38 हजार टन उत्पादन का डेली कोल प्रोडक्शन लक्ष्य रहा। मगर एसईसीएल ने 33 हजार टन कम उत्पादन किया और 8 लाख 5 हजार टन कोयला उत्पादन कर पाया। सोमवार व मंगलवार को दो दिन हुई बारिश से कुल 98 हजार टन कम कोयला उत्पादन हुआ है। इसके पहले रविवार को मौसम साफ रहने पर एसईसीएल ने मेगा माइंस खदानों की बदौलत 8 लाख 50 हजार टन कोयला उत्पादन किया, जो 8 लाख 38 हजार टन रोजाना के लक्ष्य से 12 हजार टन अधिक था। बारिश के कारण मेगा माइंस के कोयला उत्पादन पर असर पड़ने से एसईसीएल के रोजाना के लक्ष्य को प्रभावित किया है।
0 लक्ष्य पाने बचे समय में 20 एमटी करना होगा उत्पादन
वित्तीय साल का यह आखिरी महीना है और अब पखवाड़े भर से भी कम समय बचा हुआ है। इस अवधि में कंपनी को लक्ष्य हासिल करने 20 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है। मगर बारिश के कारण मेगा माइंस की खुली खदानों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। हालांकि कंपनी ने 167 मिलियन टन के अब तक के सर्वाधिक कोयला उत्पादन के रिकॉर्ड को पहले ही तोड़ दिया है। मगर इस बार का लक्ष्य 197 मिलियन टन का है।