ई-मेगा कैम्प में 4985 हितग्राहियों को मिली लगभग 5 करोड़ रूपये की सहायता.. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित ई-मेगा कैम्प सम्पन्न
कोरबा 01 नवम्बर 2020. छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर की अभिनव पहल पर आयोजित ई-मेगा कैम्प में आज कोरबा जिले के 4985 हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत 4 करोड़ 97 लाख रूपये से अधिक की सहायता मिली है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा जिला एवं जिला प्रशासन कोरबा के इस संयुक्त आयोजन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना काल में शासन के कल्याणकारी योजनाओें की जानकारी भी जनसामान्य को दी गयी। आज जिला न्यायालय में जिला न्यायाधीश श्री राकेश बिहारी घोरे के नेतृत्व में ई-मेगा कैम्प का आयोजन किया गया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, पुलिस अधिक्षक श्री अभिषेक मीणा, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार सहित शिक्षा, श्रम, महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण और पंचायत तथा ग्रामीण विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर ने इस वर्ष इस विशेष ई-मेगा कैम्प की थीम ’सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय: आर्थिक सशक्तिकरण’ निर्धारित की है जो गरीबी उन्मूलन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन योजना नालसा पर आधारित है। जिला न्यायालय के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष से ई-मेगा कैम्प को यू-ट्यूब और फेसबुक लाइव के माध्यम से आयोजित किया गया। कैम्प का दूसरा सम्पर्क वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला पंचायत के सभा कक्ष में रखा गया था। जिला पंचायत के सभा कक्ष से शासकीय योजनाओं से लाभान्वित होने वाले हितग्राही भी इस कैम्प में शामिल हुए। मेगा कैम्प में 81 स्वसहायता समूहों की महिलाओं को एक करोड़ 60 हजार रूपये का ऋण वितरण किये गये। समाज कल्याण विभाग की ओर से छह हितग्राहियों को राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत एक लाख 20 हजार रूपये की सहायता दी गयी। इसी तरह 29 लाख 50 हजार रूपये की लागत से 60 दिव्यांग जनो को माॅटराइज्ड ट्राई साइकिल और तीन अन्य दिव्यांगजनो को सामान्य ट्राई साइकिल प्रदान की गई। श्रवण बाधित तीन हितग्राहियों को श्रवण यंत्र भी वितरित किये गये। श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत 459 श्रमिकों को 49 लाख 15 हजार रूपये की सहायता इस ई-मेगा कैम्प में उपलब्ध कराई गयी। महिलाकोष के माध्यम से दस महिलाओं को रोजगार के लिये पांच लाख रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया।
ई-मेगा कैम्प में एक हजार 854 मछली पालक किसानों को दो करोड़ 19 लाख 90 हजार 788 रूपये की लागत के आदान सामग्री और मछली बीज प्रदान किये गये। मत्स्य उत्पादकों को 38 लाख 29 हजार रूपये से अधिक की लागत से तालाबों में मछली पालन के लिये काॅमन काॅर्प प्रजाति के और 20 लाख 91 हजार 700 रूपये की लागत से ग्राम काॅर्प मछली बीजों का भी वितरण किया गया। 97 लाख 16 हजार 852 रूपये की लागत से मछली पालकों को मत्स्य आखेट के लिये जाल 60 लाख 70 हजार 500 रूपये की लागत से मछली उत्पादकता बढ़ाने पूरक पोषक आहार, फुटकर मछली विक्रेताओं को दो लाख 82 हजार रूपये से अधिक के आईस बाॅक्स भी वितरित किये गये।
कृषि विभाग द्वारा दो हजार 450 हितग्राहियों को छह लाख 20 हजार रूपये की लागत से चना एवं सरसों की मिनी किट वितरित किये गये। उद्यानिकी विभाग द्वारा दो लाख 15 हजार रूपये की लागत से 22 हितग्राहियों को टमाटर बीज और सब्जी बीज के मिनी किट भी ई-मेगा कैम्प में मिले। छात्र सुरक्षा बीमा योजना के तहत आठ विद्यार्थियों को आठ लाख रूपये और आयुष्मान योजना के तहत 65 लाख रूपये की सहायता दी गयी। ई-मेगा कैम्प में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दी जाने वाली सहायता से भी 16 पीड़ितों को लाभान्वित किया गया और दस लाख 75 हजार रूपये की सहायता राशि दी गयी।