कांग्रेस सरकार की वादा खिलाफी के विरूद्ध जोगी कांग्रेस की जन आक्रोश रैली 10 दिसम्बर को
रायपुर 5 दिसम्बर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ जोगी के बीरगांव ब्लाक अध्यक्ष बेदराम साहू ने बताया कि 10 दिसम्बर गुरूवार को 11 बजे बीरगांव के बुधवारी बाजार में प्रस्तावित “जन आक्रोश रैली” जो कि कांग्रेस के वायदा खिलाफी के विरूद्ध जनहित में होगी, दोपहर 12 बजे पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती रेनु अजीत जोगी और प्रदेश अध्यक्ष श्री अमीत अजीत जोगी बीरगांव आयेगें जहां उनके समक्ष प्रदेश स्तरीय वरिष्ठ नेता और समाज सेवी डाक्टर शकील एवम् बीरगांव नगर निगम के पूर्व नेताप्रतिपक्ष भीखम देवांगन अपने हजारों साथियों के साथ जोगी कांग्रेस में शामील होंगे !
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ जे के बीरगांव ब्लाक अध्यक्ष बेदराम साहू ने बताया कि रायपुर शहर जिलाध्यक्ष डा. ओमप्रकाश देवांगन एवम् हमारे महापौर प्रत्यासी एवज देवांगन के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार, भाजपा के महापौर और कांग्रेस पार्टी के रायपुर ग्रामीण विधायक के वादाखिलाफी के विरूद्ध “जन आक्रोश रैली” निकालकर बीरगांव नगर निगम का घेराव किया जायेगा !
बेदराम साहू ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण कांग्रेस सरकार के वायदा खिलाफी पर विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखकर पटटा देने सहित सभी वायदों को पुरा करने मांग किया गया लेकिन कोई असर नही हुवा , यही कारण है कि अब जोगी कांग्रेस को सडक पर उतरकर जनता से किये वादों को पुरा करने जन आक्रोश रैली निकालना पडा यह जनआंदोलन मांग पुरा होने तक लगातार जारी रहेगा , जनआक्रोश रैली में कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुवे जनहित के 11 सूत्रीय मांगो को लेकर बीरगांव ब्लाक जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के वायदाखिलाफी और बीरगांव क्षेत्र में व्याप्त जनसमस्या को लेकर बीरगांव नगर निगम का महाघेराव 10 दिसम्बर 2020 को दोपहर 12 बजे किया जायेगा !
बीरगांव जोगी कांग्रेस के 11 प्रमुख मांग इस प्रकार है —
1 – रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायन शर्मा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिन्होने पवित्र गंगाजल हाथ में लेकर सार्वजनिक रूप से सौगंध लिया था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही बीरगांव के सभी लोगों को जो जितने जमीन पर काबिज है उन सबको आवासीय और व्यवसायिक पटटा देगें – लेकिन दो साल बीतने वाला है अभी तक किसी एक को भी पटटा वितरण नही किया गया है, तत्काल “पटटा” दिया जाये अन्यथा झूठे वायदे कर गंगाजल का अपमान करने वाले, झूठी और दोगली कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने की शुरूआत बीरगांव की जनता बीरगांव निगम चुनाव से करेगी !
2 – बीरगांव के महापौर प्रत्यासी एवज देवांगन द्वारा हाईकोर्ट बिलासपुर में लगाई गई जनहित याचिका जिसमें – करोडपति उधोगपतियों से टैक्स वसूलने के बजाय बीरगांव निगम द्वारा गरीबों से भारी भरकम टैक्स वसूल रहे है लेकिन फैक्टरी मालिकों से बिलकुल भी टैक्स नही ले रहे है जिससे बीरगांव निगम को हर साल लगभग 60 करोड रूपये राजस्व का हानि हो रहा है , एवज देवांगन के उक्त याचिका पर माननीय हाइकोर्ट ने डेढ साल पहले ही निगम क्षेत्र के सभी फैक्टरी से संपत्तीकर वसूल किये जाने का स्पष्ट आदेश दे दिया है , हाइकोर्ट के आदेश के परिपालन में राज्य सरकार के प्रमुख सचिव महोदय ने भी फैक्टरियों से टैक्स वसूल करने निगम आयुक्त को लिखित में निर्देशित किया हुवा है लेकिन कांग्रेस विधायक और महापौर की उधोगपतियों के साथ सांठगांठ और दबाव में निगम आयुक्त केवल नोटिस जारी कर अपने जिम्मेदारियों से मुंह मोड लिया है, डेढ साल में आज तक किसी भी फैक्टरी से प्रापर्टी टैक्स वसूल नही कर पाया , जिससे लगभग 100 करोड रूपये का राजस्व का नुकसान सरकार और बीरगांव के जनता का हो चुका है , इसलिये उधोगपतियों से तत्काल संपत्तीकर वसूल किया जाये और कोरोना के कारण आर्थिक संकट से जुझ रहे हमारे बीरगांव नगर निगम क्षेत्र के गरीब और आमजनता, व्यापारियों का टैक्स पूर्णतः माफ किया जाये !
3 – कांग्रेस विधायक और भूपेश सरकार वादानुसार बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दें यदि सरकारी नौकरी नही दे सकते तो उरला के फैक्टरियों में बीरगांव नगर निगम में रहने वाले सभी स्थानीय बेरोजगारों को तत्काल नौकरी दिलाया जावे और तब तक वादानुसार सबको 2500 रूपये हर महिने बेरोजगारी भत्ता भी देना तत्काल चालू किया जाये !
4 – निराश्रित पेंशन – बुजुर्गों, विधवा, परित्यकता और दिव्यांगो को 300 रूपये से बढाकर वादानुसार 1500 रूपये हर महिने पेंशन देना तत्काल चालू कर अपना वादा निभायें !
5 – कांग्रेसी विधायक अपने वादानुसार बीरगांव नगर निगम क्षेत्र के हितग्राहियों का चिटफंड का पैसा तत्काल वापस किया जाये !
6 – भूपेश बघेल सरकार वादानुसार पूर्ण शराबबंदी का वादा बीरगांव से शुरू करें बीरगांव निगम क्षेत्र के सभी शराब दुकानों को तत्काल बंद कर अपना वादा निभाये!
7 – कांग्रेस पार्टी के नेतागण अपने हाथों में पवित्र गंगाजल लेकर सौगंध खाकर छत्तीसगढ की जनता से 36 प्रमुख वायदे किये थे, किंतु दो साल के कार्यकाल में कोई भी वादा पुरा नही कर पाये, बाकी तीन साल में उन सभी 36 वायदो मे से किन किन वायदे को कब कब पुरा करेगें यह टाइम लिमिट निर्धारित कर शपथपत्र जारी कर, प्रदेश की जनता को विश्वास दिलायें!
8 – बीरगांव नगर निगम क्षेत्र के मजदूर – श्रमिक भाईयों को न्यूनतम वेतनमान तथा स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा, सुरक्षा का हक और अधिकार प्रदान करें !
9 – बीरगांव नगर निगम की महापौर श्रीमती अंबिका यदु की निष्क्रियता और अहंकार के कारण बीरगांव निगम के किसी भी वार्ड का अपेक्षित विकास नही हो पाया, ना ही पटटा दिलाने संघर्ष करी, ना ही तालाबों का सौंदर्यीकरन हुवा और ना ही मुक्तिधामों का सौंदर्यीकरन कर पायी , ना ही उधोगपतियों से टैक्स वसूल कर पायी , महापौर के मिलीभगत के कारण 100 करोड का घोटाला हुवा , जबकि महापौर और पार्षद चाहते तो इसी 100 करोड से क्षेत्र का वार्डों का खूब विकास करवाते और गरीबों के टैक्स माफ कर राहत दिलाते, तो उल्टा महापौर और पार्षदों ने मिलकर अपने इसी कार्यकाल में गरीब और आमजनता से विकास करने के नाम पर विकास शुल्क को पांच रूपये से 13 गुणा बढाकर 65 रूपये प्रतिवर्गफूट वसूल करा रही है उसी प्रकार संपत्तिकर भी उधोगपतियों से वसूलने के बजाय बीरगांव के रोज कमाने रोज खाने वाले गरीबों से और व्यापारियों से डेढ सौ गुणा बढाकर वसूल कर रही है, फिर भी ना कोई सुविधा और न कोई विकास करा पायी,, वर्तमान पार्षदों ने भी कोई दबाव नही बना पाया , महापौर अंबिका यदु पूरी तरह फेल हो गई जिसका खामीयाजा मजबूरीवश बीरगांव की जनता को भुगतना पड रहा है !!
10 – बीरगांव नगर निगम के अधिकारी जो खूब मनमानी कर रहे है , बीरगांव निगम में भ्रष्टाचार हावी है , बिना लेनदेन के कोई काम नही होता, अधिकारी और पार्षद,, ठेकेदारों से आपस में केवल कमीशन के लिये लडते दिखते है, सफाई ठेकेदारों को भी नही बख्सते, , महापौर, पार्षद और विधायक को जनता के दिक्कत, उनके काम से कोई मतलब नही है, डाक्टर शकील साहब ने बताया कि केंद्र अथवा राज्य सरकार के योजनाओं का लाभ बीरगांव नगर निगम के अधिकारी और पार्षद अपने वार्ड के गरीबों को नही दिला पा रहे हैं, हर योजना के लाभ के लिये हितग्राहियों को 2007- 08 की सूची में नाम होना अनिवार्य कहकर बीरगांव के गरीबों को योजनाओं के लाभ से वंचित कर कर रहे है।
बीरगांव नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष भीखम देवांगन ने सिटी न्यूज को बताया कि नगर निगम बीरगांव में किसी पार्षद की कोई सुनवाई नही होती, आयुक्त केवल विधायक के ईशारे पर काम करते है , हर ठेका विधायक के बंगले से तय होता है, जमीन बिक्री के अवैध प्लाटिंग में विधायक बंगले के कांग्रेसी कर रहे हैं , जुआं , सटटा, गांजा और अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने विधायक जी को बोल बोलकर थक गये लेकिन उन्हें संरक्षण दिया जाता है, वार्ड की जनता का हर छोटे छोटे काम कराने विधायक पुत्र से अनुशंसा कराना पडता है , यहां के निगम अधिकारी,, – पार्षद तो दूर महापौर की भी नही सुनते , निगम के कर्मचारियों को वेतन देने पैसा नही है कहकर हाथ खडे कर देते है , हर काम के लिये बंगले का चक्कर लगाना मुझे नागवार गुजरा,, विधायक जी ने अपने चुनाव मे मेरे वार्ड की जनता से पटटा देने का वादा किया था लेकिन कोई भी वादा पुरा नही कर पाये , कहते है कि मुख्यमंत्री हमारी नही सुनते, एैसे कमजोर विधायक के जवाब से त्रस्त होकर मैने पद की परवाह किये बगैर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया,, ताकि इन सबकी पोल खोलकर बीरगांव की जनता के समस्याओं के लिये सडक पर उतरकर , खुलकर संघर्ष कर सकुं, मैने तय किया है कि वायदों को पुरा कराने लगातार आंदोलन करेगें !!11 – एवज देवांगन ने कहा कि महापौर और विधायक के कार्यशैली से बीरगांव के लोग नारकीय जीवन जीने मजबूर है, जोगी कांग्रेस चाहती है कि एैसे अधिकारियों को सस्पेंड करें जो जनता का काम नही करते , गरीबों को घुमाते है और इन अधिकारियों पर लगाम नही लगा सकने वाली महापौर, पार्षदों को भी राज्य सरकार बर्खास्त करे नही तो बीरगांव की जनता आगामी निगम चुनाव में जनता को नारकीय जीवन जीने के लिये मजबूर करने वाले जिम्मेदारों को हराकर बीरगांव में सुशासन लायेगी ,, नगर निगम का मूल कार्य – आमजनता को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना होता है – सडक , नाली, पानी , बिजली, साफ सफाई , सबको एक रूपये किलो में चांवल देने राशन कार्ड बनाकर देने की बात करने वाले लोग अब दस रूपये किलो वाला राशन कार्ड बनाने में भी आनाकानी करते है, किसी भी काम के लिये समय निर्धारित नही है जो रिश्वत देगा उनका काम तुरंत होगा बाकी का चक्कर लगाते लगाते चप्पल घिस जाता है, राशन कार्ड , खेल मैदान, जीम, गार्डन, आक्सीजोन की स्थापना करें, सभी तालाबों, शमशानघाटों का सौंदर्यीकरन करें, शुद्ध पेयजल दें, पुरे 40 वार्ड का नक्शा पास करें, कोरोनाकाल के मददेनजर नक्शा पास करने विकास शुल्क का पिछला दर पांच रूपये लिया जाये, उपरोक्त सभी विकास कार्य को जनहित में कराने हाईकोर्ट से आदेशित उधोगपतियों से बकाया लगभग 100 करोड रूपये तत्काल वसूल करें और कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से गुजर रहे गरीब और आमजनता तथा सभी व्यापारियों का संपत्तिकर/ टैक्स माफ करें, हर माह निर्धारित समय पर सबको चांवल, दाल, तेल, शक्कर, मिटटीतेल, गेंहू , नमक दिलायें, महिला स्व सहायता समुह , मितानीन बहनें , आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से किये गये वायदों का लाभ दिलायें , कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षा से वंचित शासकीय और निजी सभी स्कूल के बच्चों को स्मार्ट फोन मुफ्त प्रदान करें ताकि आनलाइन क्लास का लाभ मिल सकें, बेरोजगारी भत्ता 2500 रूपये महिना, और गरीब, बुजुर्ग , दिव्यांग, विधवा, परित्यकता बहनों को प्रतिमाह 1500 रूपये पेंशन देना बीरगांव नगर निगम अपने 100 करोड के प्राप्त राजस्व के पैसे से देना तत्काल चालू करें, यदि नही कर सकते तो सामूहिक इस्तीफा दे,!
जोगी कांग्रेस के बीरगांव ब्लाक अध्यक्ष बेदराम साहू ने सिटी न्यूज से कहा कि 10 दिसम्बर को उपरोक्त मांगों को लेकर बीरगांव जोगी कांग्रेस के साथी “जन आक्रोश रैली” निकाल कर जनहित में नगर निगम का जबरदस्त घेराव करेगी , और फिर भी हमारी मांगे पूरी नही होगी तो आगामी बीरगांव नगर निगम चुनाव में जोगी कांग्रेस के पार्षद और महापौर प्रत्यासी उपरोक्त 11 सूत्रीय बिंदूओं पर स्टांप पेपर में लिखकर शपथ पत्र जारी करेगी और चुनाव जीतते ही उपरोक्त शपथ को जोगी कांग्रेस बीरगांव में पूरा करके दिखायेगी !