ट्रेनों का परिचालन बंद, नागरिक उतरे प्रदर्शन पर तो की गई कड़ी सुरक्षा डीसीएम किशोर निखारे को उच्चाधिकारी के नाम सौंपा ज्ञापन
कोरबा 3 फरवरी। कोरबा और गेवरा रोड से चलने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद करने से त्रस्त नागरिकों ने आज कुसमुंडा के इमली छापर रेलवे क्रासिंग पर जमकर प्रदर्शन किया। यहां पर मालगाड़ियों की आवाजाही बाधित करने की कोशिश की गई। विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे लोगों को देखते हुए यहां भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
एक दिन पहले इस बारे में अंतिम रूप से कोरबा एआरएम के साथ सीपीएम के नेता प्रशांत झा और व्हीएम मनोहर सहित अन्य लोगों ने चर्चा की थी। फ ोकस इस बात पर था कि हर हाल में गेवरा रोड स्टेशन से दो ट्रेन शुरू की जाए, जिन्हें पिछले 10 महीने से बंद रखा गया है। कोरबा स्टेशन से भी यात्री गाड़ियां बंद कर दी गई है। इसके कारण न केवल कोयलांचल बल्कि जिले के उपनगरीय क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में रेल प्रबंधन को अवगत कराया गया। बार-बार आश्वासन मिलने पर भी कोई खास परिणाम सामने नहीं आये। आवागमन करने में हो रही समस्याओं का वास्ता देते हुए माकपा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने इमली छापर रेलवे क्रासिंग के पास प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शन करने लोग यहां जुटे। उनके इरादे की जानकारी पहले से होने पर रेलवे ने मौके पर आवश्यक प्रबंध किए ताकि मालगाड़ियों का परिचालन बाधित न हो सके। इस दौरान प्रदर्शनकर्ताओं ने रेल अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ आक्रोश दिखाया। बाद में डीसीएम किशोर निखारे को उच्चाधिकारी के नाम का ज्ञापन सौंपा गया।
अधिकारी के दावे पर लगाया प्रश्नचिन्हः-कोरबा के एआरएम ने रेल सुविधा के मसले पर एक दिन पहले मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल से कहा था कि राज्य सरकार सुविधा देना नहीं चाह रही है। इसलिए रेलगाड़ियां बंद है। इस पर सदस्यों की जमकर बहस हुई। कहा गया कि हर स्तर से रेलवे पर दबाव बनाया जा रहा है तो इस मामले में राज्य का मसला बीच में कहा से आ गया। अधिकारी के दावे को हैरानी वाला बताया गया है।
कोल परिवहन बाधित होने के चांस नहींः-इमलीछापर रेलवे क्रासिंग के पास आज प्रदर्शन किया गया। यहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से आरपीएफ के 100 सुरक्षाकर्मी और जिला पुलिस बल के 91 जवान मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से तहसीलदार दर्री, सीएसपी दर्री और स्थानीय टीआई ने मोर्चा संभाला। स्थिति को देखते हुए कोयला लदान प्रभावित हो सके, ऐसा नहीं लगता।
कुंदन कुमार झा, प्रभारी, आरपीएफ , कोरबा