November 10, 2024

कब होगा पिछला काम का भुगतान, खोज रहे ठेका कंपनी को कामगार

कोरबा 16 मार्च। एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के अंतर्गत आउटसोर्सिंग के काम में लगी एक कंपनी का अतापता नहीं है। उसके कर्ताधर्ता लंबे समय से यहां नहीं हैं। ऐसे में कंपनी में काम करने वाले कामगार परेशान हैं। उनका पिछला हिसाब चुकता नहीं हो सका है। कामगारों को डर है कि आनन-फानन में कंपनी अपना साइट बदल सकती है इसलिए उसके संसाधनों की पहरेदारी की जा रही है।

कोरबा जिले में एसईसीएल के गेवरा क्षेत्र से यह मामला जुड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार प्रबंधन ने खनन और अन्य गतिविधियों से संबंधित काम के लिए सद्भाव नामक कंपनी को जिम्मेदारी दी थी। इसके लिए समयसीमा तय की गई थी और अनुबंध भी किया गया था। हरदीबाजार, अमगांव, सरई सिंगार सहित आसपास के काफी लोग इसमें काम कर रहे थे। इनकी संख्या 400 से अधिक बताई गई है। कंपनी ने काम लेने के समय से इन लोगों को नियोजित किया और कई तरह के दावे किये। कुछ समय ठीक-ठाक बीतने के बाद दिक्कतें आ खड़ी हो गई। एकाएक कामगारों को समय पर वेतन देने में आनाकानी की गई और नियम शर्तों में शामिल सुविधाओं का लाभ देने के बारे में उदासीन रूख अपनाया जाना शुरू कर दिया गया। जनवरी में इसी मसले को लेकर कंपनी के प्रवेश द्वार के बाहर कामगारों ने जमकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने अपनी समस्याएं बताई थी। इस स्थिति में प्रबंधन और प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। उस दौरान ठेका कंपनी ने आश्वस्त किया था कि सभी बिंदुओं पर विचार होगा और इसका निराकरण भी किया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। बताया गया कि कामगारों के आक्रामक तेवर से डरकर और अन्य कारणों से कंपनी ने अपना काम बंद कर दिया। यहां पर जिम्मेदारी देखने वाले प्रमुख लोग उसी समय से नदारद हैं। यही हाल कर्मियों का है। दावा किया जा रहा है कि ढाई महीने से इन्हें यहां पर नहीं देखा गया। यह बात अलग है कि सद्भाव के साइट पर मशीनरी अभी भी मौजूद हैं। चूंकि कामगारों को लंबित वेतन लेना है और दूसरे हिसाब भी चूकता करना है। इसलिए वे कंपनी को कोई मौका नहीं देना चाहते। इन कारणों से लगातार साइट की पहरेदारी की जा रही है ताकि यहां मौजूद संसाधनों को ले जाने में नियोजक सफल ना हो सके।

मामला 400 मजदूरों के आर्थिक हितों से जुड़ा हुआ है। इस बारे में भी बहुत पहले एसईसीएल गेवरा के संबंधित अधिकारियों को बताया जा चुका था। उस समय आवश्यक ध्यान नहीं दिया गया। अब जबकि सद्भाव के बारे में कोई सूचनाएं नहीं मिल रही है ऐसे में अपने बकाया क्लेम के भुगतान के लिए मजदूरों ने एसईसीएल प्रबंधन ने मिलना तय किया है। अधिकारियों को बताया जाएगा कि चूंकि कंपनी एसईसीएल के अधीन काम कर रही थी इसलिए बकाया भुगतान कराने के लिए प्रबंधन जरूरी प्रक्रिया अपनाए। मजदूरों को मालूम है कि कामकाज लेने के समय कोई भी ठेका कंपनी कार्यादेश की सकल राशि के विरूद्ध अमानत राशि जमा करती है। इसकी वापसी के लिए जो प्रावधान बनाए गए हैंए वह सर्वविदित है।

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