कोरवा-बिरहोरों को थानेदार नें दिए राशन व सैनिटाइजर
कोरबा 7 मई। वन क्षेत्र में अलग-थलग रहने वाले संरक्षित आदिवासियों की दशा इस वक्त काफी मुश्किल है। एक ओर लाकडाउन का दौर है तो कोरोनाकाल में रोजी-मजदूरी भी बंद है। ऐसे में पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जनजाति परिवार दो वक्त की जुगत के लिए भी जूझ रहे हैं। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की परेशानी को अपनी चिंता मान बाल्को थानेदार राकेश मिश्रा समय-समय पर उनके बीच जाकर न केवल उनके हाल से रूबरू होते हैं, यथासंभव राहतों का उपहार भी प्रदान करते हैं। इसी क्रम में वन्य क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे टीआइ मिश्रा ने कोरवा-बिरहोर परिवारों में राशन व अन्य खाद्य सामग्री, तेल-साबुन के अलावा सैनिटाइजर वितरित किए।
बाल्को नगर निरीक्षक राकेश मिश्रा थाना क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर कानून व्यवस्था बनाए रखने तो मुस्तैद हैं ही, वनांचल क्षेत्रों में सतत दौरा कर वहां के जनजातीय समुदायों की दशा से भी अवगत हो रहे। जरूरत दिखने पर जरूरतमंद निर्धन आदिवासी परिवारों को यथासंभव आवश्यक सामग्री की सहायता भी सतत कर रहे हैं। इसी क्रम में गुरूवार को मिश्रा अपनी टीम के साथ ग्राम पंचायत अजगरबहार एवं ग्राम पंचायत माखुर पानी के पहाड़ी कोरवा व बिरहोर जनजाति के बीच पहुंचे थे। नगर कोतवाल से पहाड़ी कोरवा व बिरहोर आदिवासियों ने खाद्य सामग्री के लिए आग्रह किया। इन दिनों कोविड-19 लाकडाउन पूरे जिले में लागू है और दुकानें बंद है। उनकी समस्या को देखते नगर कोतवाल राकेश मिश्रा ने खाद्यान्ना सामग्री, तेल, साबुन, सैनिटाइजर व मास्क भी वितरण किया। वनांचल के लोगों ने थाना प्रभारी मिश्रा के कार्य की सराहना की और आभार जताया। इस दौरान बाल्को थाना की टीम से एएसआइ गणेश राम महिलांगे व प्रधान आरक्षक कुलदीप तिवारी समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
बाल्को टीआइ मिश्रा ने क्षेत्र में रहने वाले कोरवा व बिरहोर संरक्षित आदिवासियों समेत लगभग 80 व्यक्तियों को सामग्री प्रदान की और उन्हें बैठाकर भोजन भी कराया। उनकी इस पहल को लेकर जहां जनजातीय परिवार अभिभूत हुए, उनकी परेशानियों के लिए इस सामग्री से कुछ दिनों के लिए ही सही पर बच्चों व परिवार के बड़ी राहत का इंतजाम भी हुआ, जिसकी जुगत की चिंता उन्हें दिन-रात परेशान करती रहती है। टीआइ ने उन्हें जब कभी जरूरत हो, उनकी सेवा में इसी तरह उपस्थित होने का भरोसा भी दिलाया, ताकि वे खुद को इन विषम परिस्थितियों में असाहय न समझें।
माखुरपानी व अजगरबहार से लगे आश्रित गांव में रहने वाले पहाड़ी कोरवा और बिरहोर आदिवासियों से भेंट कर उन्होंने उनका हालचाल जाना। इस बीच कोरोनाकाल में हवा से फैलती संक्रमण की लहर से बचने वहां किसी के मुंह में मास्क नहीं दिखाई दे रहा था। इस पुलिस कर्मियों ने लोगों से मास्क नहीं लगाने का कारण भी पूछा। मास्क की उपलब्धता नहीं होने पर पहाड़ी कोरवा व बिरहोर गमछे से नाक-मुहं को बंद करने की जुगत बताई। इस पर टीआइ मिश्रा ने उन्हें मास्क भी वितरित किए। पुलिस ने कई लोगों को मास्क बांधा और उसके उपयोग का तरीका भी समझाया।