नदी-नालों से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन, विभाग की कार्रवाई नहीं
कोरबा 4 सितम्बर। कोयलांचल में रातों-रात हो रहा धड़ल्ले के साथ अवैध रेत खनन। रेत माफिय़ा रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर के जरिए नदी का सीना चीर कर रेत उत्खनन में लगे हुए हैं। उत्खनन को प्रतिबंधित कर दिया है। नियम की अनदेखी करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में मनमाने तरीके उत्खनन किया जा रहा हैं।
बांकीमोगरा सहित आसपास के लोग ज्यादातर रेत परिवहन नदी.नालों से कर रहे हैं। जिन स्थानों से अधिक रेत परिवहन किया जाता है उनमें सुमेधा, पुरैना, तेलसरा, जमनीमुडा, घनाकछार, कसरेंगा, ढपढप, सिंघाली, दुल्हीकछार, जवाली, सलिहापार, आदि नदी-नाला शामिल हैं। बारिश के कारण इन दिनों नदी या नालों में पानी का बहाव जारी हैं, प्रतिबंध के बाद भी ट्रैक्टर को नदी में उतारा जा रहा हैं, मजदूरों को अधिक रुपये का लालच देकर उन्हें रेत निकालने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं। बता दे कि इन दिनों रेत बिक्री की कीमत प्रति ट्रैक्टर 2 से 3 हजार रूपये मिल रहे हैं। सूचना के बावजूद खनिज विभाग व प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं कर रहें, जिसके वजह से रेत उत्खनन करने वालों का हौंसले बुंलद हो चुके हैं साथ ही बिना आदेश के कुछ क्षेत्र के गांव वाले ही चंद रुपये के लिए रेत ढोने में सहयोग करते हैं, अब देखना यह हैं कि अवैध तरिके से रेत उत्खनन करने वालों के ऊपर खनिज विभाग किस तरह की कार्यवाही करता हैं या ये सिलसिला जारी रहेगी।