November 24, 2024

अम्बिका खदान के भू-विस्तापितों ने मुंह में पट्टी बांध मौन रैली निकाली

कोरबा 24 नवम्बर। एसईसीएल की प्रस्तावित अम्बिका ओपन कास्ट परियोजना के 198 कास्तकारों की मुआवजा राशि ट्रिब्यूनल में जमा कराने के आदेश से नाराज भू-विस्तापितों ने मुंह में पट्टी बांध कर मौन रैली निकाली। महाप्रबंक कार्यालय पहुंचने पर मानव श्रृंखला बना विरोध प्रदर्शन किया। तदुपरांत प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा। ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के बैनर तले मुड़ापार से मुख्यमहाप्रबन्धक कोरबा कार्यलय तक मुंह मे पट्टी बांधकर मौन रैली निकाली और मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया ।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की पाली ब्लाक अंतर्गत प्रस्तावित अंबिका ओपनकास्ट परियोजना में ग्राम करतली, तेंदुभाठा और दमिया के निजी हक की 335.19 एकड़ व राजस्व वन भूमि 15.52 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कोल बेयरिंग एक्ट के तहत किया जा चुका है। भू-अर्जन के एवज में 485 काश्तकारों को 26.72 करोड़ रुपये मुआवजा भुगतान किया जा चुका है और शेष 198 काश्तकारों ने मुआवजा लेने से इंकार कर दिया। इन काश्तकारों का कहना है कि छोटे रकबे होने के कारण उनको रोजगार से वंचित होना पड़ेगा और उनकी भविष्य अंधकारमय हो जाएगा जबकि एसईसीएल अथवा शासन उनकी सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई ठोस निर्णय नही दे पा रहा है ऐसी स्थिति में कोयला खदान खोलने ही नही दिया जाएगा। मुआवजा राशि नहीं लेने पर प्रबंधन ने राशि ट्रिब्यूनल में जमा कराने के आदेश जारी कर दिया। इससे प्रभावितों में नाराजगी व्याप्त हो गई। मंगलवार को एकाएक उर्जाधानी भू-विस्थापित समिति के साथ प्रभावित व किसानों ने मुड़ापार बाजार के पास से मौन रैली निकाली और महाप्रबंधक के समक्ष पहुंच प्रदर्शन किया। तदुपरांत प्रबंधन को ज्ञापन सौंप अपनी मांग रखी। इस दौरान ललित महिलांगे, अर्जुन वस्त्रकार, अजय यादव, भुजबल बिंझवार, राज दीवान, योगेंद्र यादव, राहुल जायसवाल, ललित पटेल, जगदीश पटेल, राजराम, पवन यादव, रामकुमारी टेकाम, सुखमति राम बाई, कुसुम बाई, बुधवारा बाई, सुमित्राबाई, फुल कुंवर, कमलाबाई, शांति बाई, धन बाई मरावी, पंच कुंवर श्याम, शंकर सिंह टेकाम, रामदुलारी जगत, नंदकुमार मरावी, नारायण सिंह जगत, रघुनंदन सिंह टेकाम, सदस्य सहस राम जगत, गेंदराम आयम, उतरीबाई फुल कुंवर, विमला प्रभतिन, रामकुंवर पंच कुंवर, बुधरी बाई, ललिता बाई, बुधवारा बाई, सरोजिनी देवी, सुखमति, नीराबाई, तुल कुंवर रजमत बाई रामबाई सुभौति कमला देवी बिंद कुंवर, प्रहलाद सिंह, करन सिंह, सुभाष सिंह, जयपाल सिंह, रघुनंदन, जनक सिंह, इस्पाल सिंह, सुनऊराम, नंद कुमार, नारायण सिंह, अशोक कुमार समेत काफी संख्या में किसान शामिल रहे।

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