कोरोना संक्रमण, अफवाह के बीच शुरू हुआ कालाबाजारी
कोरबा 3 जनवरी। कोरबा जिले में कोरोना के एक्टिव की संख्या 60 के पार हो गई है। वहीं नए मामले भी बढ़ते जा रहे है। विभिन्न राज्यों में आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाए जाने के साथ यहां भी अफवाह की कदमताल तेज हो गई है। इसी के साथ कोरबा क्षेत्र में आम लोगों की जेब काटने का खेल भी शुरू हो गया है।
अनुसार कोरबा मुख्य शहर में गुटखा, गुड़ाखू से लेकर खास तरह के शौक से जुड़े सामानों की कीमतों को अचानक उन लोगों बढ़ा दिया जो होलसेल से वास्ता रखते हैं। चिल्हर कारोबार करने वाले वर्ग ने इसकी पुष्टि की। बताया गया कि कल तक रेट कुछ थे, आज सुबह इनमें एकाएक उछाल आ गया। पूछताछ करने पर सीधा जवाब देने के बजाय टाल मटोल किया जा रहा है। कारोबारियों के अपने तर्क है। यहां तक कहा जा रहा है कि बाहर से बढ़ी कीमत पर स्टाक आया है, इसलिए वसूली तो करनी होगी। कुछ मामलों में यह भी कहा जाना जा रही है कि शौक पूरा करना है तो आगे की व्यवस्था भी अभी से कर लिया जाना चाहिए। लोगों को लगता है कि पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों में कोविड की स्थित को ध्यान में रखते हुए आर्थिक गतिविधियों में अलग-अलग स्तर पर रोक लगाई गई है। भले ही खतरे को भांप कर यह सब किया गया है, लेकिन सरकार का यह निर्णय हर समय ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के लिए वरदान साबित हो गया है। इससे पहले भी दो वर्ष में किये गए लाकडाऊन के दौरान हर तरफ जेब काटने की प्रतियोगिता सी चल पड़ी थी। लोगों के पास इससे जुड़े ढेर सारे अनुभव मौजूद हैं जो लंबे समय तक आसानी से नहीं भुलाए जा सकेंगे।