रोजगार की समस्या को लेकर भू-विस्थापितों ने ठेका कंपनी का काम रोका
कोरबा 5 सितंबर। एसईसीएल कुसमुंडा खदान से प्रभावित ग्राम पड़नियां के लोगों ने स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग सहित प्रदूषण व पानी की समस्या को लेकर आऊटसोर्सिंग कंपनी नीलकंठम कंपनी का काम पूरी तरह से रोक दिया। लगभग तीन घंटे तक खदान में भू-विस्थापितों का आदोलन चलता रहा। प्रबंधन के अधिकारियों की समझाईश व लिखित आश्वासन के बाद आदोलन खत्म हो गया।
रविवार की सुबह बड़ी संख्या में पड़निया गांव के लोग अपनी मांगों को लेकर कुसमुंडा खदान पहुंच गए। सुबह 11 बजे ग्रामीणों ने खदान के सड़क पर बैठ गए और यहां नियोजित आउटसोर्सिग कंपनी के काम को बंद करा दिया। इसके कारण मिट्टी उत्खनन व परिवहन काम पूरी तरह से बाधित हो गया। सड़क पर भू-विस्थापितों के बैठ जाने से ओबी डिस्पैच के साथ ही कोयले का डिस्पैच भी बाधित हो गया। ग्रामीणों ने मांग रखी कि कुसमुंडा खदान में नियोजित ठेका कंपनियों में प्रभावित गांव के बेरोजगारों को अस्थाई रोजगार दिया जाए। इसके साथ ब्लास्टिंगए प्रदूषण और पेयजल पानी की समस्या को दूर किया जाए। तीन घंटे तक ग्रामीणों को समझाने का प्रयास प्रबंधन के अधिकारी करते रहे। दोपहर 2 बजे लिखित आश्वासन पर ग्रामीणों ने आंदोलन खत्म किया। जिसमें तय हुआ है कि 15 सितंबर को कुसमुंडा जीएम स्वयं ग्राम पडनिया में सभी ग्रामीणों के एक बैठक करेंगे और चर्चा करेंगे। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों ने भी कहा कि मांगे पूरी नहीं की जाती वे 16 सितंबर को कुसमुंडा खदान में फिर बड़ा आंदोलन होगा।