November 8, 2024

अवैध पेड़ कटाई की दो दिन जांच कर वापस लौटा उड़नदस्ता, मीडिया को गुमराह करते रहे वन विभाग कोरबा के अधिकारी

कोरबा 12 अगस्त। वन विभाग के कोरबा डिविजन के कुदमुरा रेंज में पेड़ों के अवैध कटाई मामले की सर्किल कार्यालय बिलासपुर से पहुंचे उडऩदस्ता दल ने मंगलवार और बुधवार को कुदमुरा के जंगलों में जांच की। जांच दल दो दिन यहां के जंगल में जांच करने के बाद यह कहते हुए देर शाम को वापस लौट गया कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है वे फिर आएंगे तथा उन गांवों के जंगलों की जांच करेंगे जहां साल एवं सागौन के बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई की शिकायत मिली है।
उड़नदस्ता प्रभारी फारेस्टर संजय कुमार ने बताया कि उनका जांच दल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को कुदमुरा आ गया था। प्रवास के पहले दिन जिन क्षेत्रों में पेड़ की अवैध कटाई की सूचना मिली है, वहां पहुंचकर जांच की गई। बुधवार को दूसरे दिन भी जांच जारी रही। देर शाम जांच दल बिलासपुर लौट गया। उन्होंने बताइस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। यह दल एक बार फिर लौटकर जांच के लिए आएगा। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर भी पेड़ कटाई की जाच कर गणना करने की जानकारी विभाग ने दी है। उन्होंने जांच में पाए गए तथ्यों की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि जांच पूरी होने के बाद वे अपनी जांच रिपोर्ट सी सी एफ को देंगे। वे ही तथ्यों का खुलासा करेंगे। इस बीच वन विभाग के अधिकारी मीडिया को गुमराह करते रहे। कल सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया था कि जांच दल दोपहर तक नहीं पहुंचा था। देर शाम तक आने की जानकारी दी गई थी। लेकिन उड़नदस्ता प्रभारी संजय कुमार के बयान से स्पष्ट हो जाता है कि वे कल सुबह ही कुदमरा पहुंच गए थे।
उल्लेखनीय है कि यह बात प्रमुखता से उछली थी कि लॉकडाउन के दौरान जिले के वनमंडल कोरबा अंतर्गत कुदमुरा रेंज के चचिया, बैगामार, तरईमारडीह, राजाडहाई, कुदमुरा नदी तट, जिल्गा, घृतकुंवारी, तौलीपाली आदि गांवों के जंगलों में बड़े पैमाने पर बेशकीमती लकड़ी के पेड़ों की कटाई कर ली गई है और इसे कोरबा तथा रायगढ़ जिले के लकड़ी कारोबारियों में खपाया गया है।
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