प्रदेश में कानून व व्यवस्था बेलगाम : चंदेल
0 शांति का टापू कहलाने वाला छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ के रूप में परिवर्तित
कोरबा। शांति का टापू कहलाने वाला छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ के रूप में परिवर्तित हो चुका है। ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन हत्या, चाकूबाजी, तलवारबाजी न हो। शूटरों के द्वारा गोली चलाना आम बात है। प्रदेश में कानून व व्यवस्था बेलगाम है। प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर कोई पकड़ नहीं है। छत्तीसगढ़ में प्रशासन का राजनीतिकरण व राजनीति का अपराधीकरण हो चुका है
उक्त बातें छत्तीसगढ़ विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कोरबा प्रवास के दौरान प्रदेश सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला। चंदेल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के 16 लाख परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास की राशि दो साल पहले ही भेज दी है, लेकिन राज्य सरकार अपना हिस्सा नहीं दे पा रही है। सरकार के पास पैसे नहीं है। भूपेश सरकार के कारण 16 लाख गरीब परिवारों का मकान नहीं बन पा रहा है। वे छत से वंचित हैं। यह राज्य सरकार के लिए शर्मनाक है। केन्द्र सरकार द्वारा 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को खाद्यान्न योजना के तहत 5 किलो चावल प्रति व्यक्ति की दर से दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में यह राशन भी लोगों को प्राप्त नहीं हो रहा है। आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि विधानसभा में पूरी बात हमने रखी थी। इस मामले में राज्य सरकार की आधी अधूरी तैयारी रही। उन्होंने कोरबा प्रवास को लेकर कहा कि भाजपा की ओर से अखिल भारतीय कार्यक्रम लोकसभा सह प्रवास चलाया जा रहा है। कोरबा की जिम्मेदारी सांसद गोमती साय, अनुराग सिंहदेव, श्याम बिहारी जायसवाल सहित हमें दी गई है। इसका ध्येय संगठनात्मक स्थिति की जानकारी लेना, आमजन से चर्चा व जनसभा कर केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजना और कांग्रेस सरकार की विफलता जनविरोधी कार्यों को जनता के सामने लाना है। छत्तीसगढ़ में व्याप्त अव्यवस्था व भ्रष्टाचार को जनता के बीच लाने के ध्येय से कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मरवाही व कोरिया के बाद दूसरे चरण में तानाखार, जटगा पसान में कार्यक्रम किया गया।