November 8, 2024

इस बार 14 नहीं 15 जनवरी को मनेगी मकर संक्रांति

कोरबा। देवताओं के नवविहान और वैदिक भारत के नववर्ष तथा सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व मकर संक्रांति यूं तो सदियों से 14 जनवरी को मनाया जाता रहा है, लेकिन कभी-कभी मकर राशि में सूर्य का प्रवेश देर से होने के कारण यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जाता है। ऐसा ही इस बार भी हो रहा है। इस वर्ष मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को सुबह से दोपहर 12 बजे तक है। ऐसा सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में देर से प्रवेश करने के कारण हो रहा है।
ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि आमतौर पर 13 जनवरी की रात से 14 जनवरी के सुबह तक सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते थे। इसके कारण मकर संक्रांति का पुण्यकाल 14 जनवरी को सुबह में होता है लेकिन इस वर्ष सूर्य 14 जनवरी की रात 2.31 बजे धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। उन्होंने बताया कि सूर्योदय सुबह 6.45 पर हो रहा है और सूर्य 49 दंड 24 पल यानी 19 घंटा 46 मिनट के बाद रात 2.31 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस समय रात्रि होने के कारण 15 जनवरी (रविवार) को सूर्योदय के साथ पुण्य काल शुरू होगा तथा मुख्य संक्रमण काल 12 बजे तक रहेगा, इसलिए शास्त्रानुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना उचित है।

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