November 22, 2024

विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को, जिले में कैंसर जांच शिविरों का होगा आयोजन

कोरबा। कलेक्टर संजीव झा के निर्देशानुसार 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर जिले के जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा समस्त हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में कैंसर जागरूकता, जांच तथा स्क्रीनिंग के लिए शिविर लगाए जाएंगे। साथ ही दंत चिकित्सकों की ओर से मुख के कैंसर की जांच एवं आवश्यक दवा वितरण भी की जाएगी।
सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि कैंसर सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। हर साल कई तरह के कैंसर के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर निश्चित ही काफी घातक बिमारी है। पर अगर इसके बारे में लोगों को सही जानकारी तथा स्थिति की समय से पहचान हो जाने पर कैंसर का इलाज किया जा सकता है। साथ ही इसके कारण होने वाली गंभीरता एवं मौत के खतरे को भी कम किया जा सकता है। कैंसर कोशिका के असामान्य तरीके से बढ़ने की बीमारी है। आमतौर पर हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीकें से बढ़ती है और विभाजित होती है। जब सामान्य कोशिका को नुकसान पहुंचता हैं या कोशिकाएं पुरानी हो जाती है तो वे मर जाती है और उनकी जगह स्वस्थ कोशिकाएं ले लेती है। कैंसर की कोशिकाएं असामान्य रूप सें बढ़ती रहती है और उन्हें जब रूकना चाहिए तो कई गुना बढ़ जाती है, परिणाम स्वरूप ट्यूमर हो जाता है। हालांकि हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता है। विशेषत: ब्रेस्ट कैंसर, ओरल कैंसर, सरवाइकल कैंसर, स्कीन कैंसर, लंग कैंसर कोलेन कैंसर प्रोस्टेड कैंसर, लिम्कोम फेफड़ो का कैंसर सहित और कई प्रकार के कैंसर होती है। कैंसर क्यों होता है इसके पीछे कोई ज्ञात कारण नहीं है। हालांकि कुछ कारण कैंसर होने की संभावना को बढ़ा सकते हंै। हमें इस घातक स्थिति से खुद को बचाने के लिए संभावित कारकों जैसे परिवार में कैंसर होने का इतिहास, स्वस्थ्य खानपान का अभाव, निष्क्रिय रहना, तम्बाकू का सेवन नहीं करने इत्यादि के बारे में जागरूक रहना चाहिए। कैंसर के लक्षण होने पर लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतना एवं स्क्रीनिंग जरूर कराना चाहिए, जिससे कैंसर का पता जल्दी चलने से उपचार भी समय पर शुरू किया जा सकता है।
सीएमएचओ डॉ. केसरी ने कहा कि दुर्भाग्य से ज्यादातर कैंसर शुरुआत में पकड़ में नहीं आता। इसका मुख्य कारण जानकारी का अभाव है। असरकारी ढंग से नियमित रूप से कैंसर की संभावना पर नजर रखने से कैंसर का तुरंत जांच तथा इलाज किया जा सकता है। उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील किया है कि जिन व्यक्तियों का अचानक वजन कम हो रहा हो, अत्यधिक थकान, शरीर के किसी हिस्से में गांठ, त्वचा में बदलाव जैसे लालिमा, मस्से में परिवर्तन, निगलने में कठिनाई, लगतार खांसी, तेज दर्द, ब्लैडर फंग्शन में बदलाव, लिम्फनोड में सूजन, एनिमिया इत्यादि लक्षण हो तो वे जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में स्क्रीनिंग करवा सकते हैं, जिससे तुरंत जांच तथा इलाज किया जा सके और कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

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