आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं को मिली होली की सौगात
0 बजट में मानदेय बढ़ाने के बाद धरना स्थल पर खेली होली
कोरबा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ का बजट पेश करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन में वृद्धि कर उन्हें होली का तोहफा दिया है। 6 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 43 दिन से धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दिया गया है, वहीं सहायिकाओं के भी वेतन में भी बढ़ोत्तरी कर पांच हजार रुपये कर दिया गया है। हालांकि सरकार की इस घोषणा से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता खुश नहीं है और फिलहाल प्रदर्शन को स्थगित कर भविष्य में फिर से आंदोलन करने की बात कही है।
नियमितीकरण, वेतन वृद्धि सहित 6 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 43 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को प्रदेश सरकार ने होली से पूर्व तोहफा देते हुए उनकी वेतन वृद्धि संबंधी मांगों को पूरा कर दिया है। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सात हजार रुपये बतौर वेतन के रुप में दिया जाएगा। बजट में सरकार ने उनकी वेतन संबंधी मांगों को तो पूरा कर दिया है, लेकिन अन्य मांगों को नजरअंदाज कर दिया है। सरकार की घोषणा के बाद अंागनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हड़ताल स्थगित कर जमकर होली खोली। ओपन थियेटर के पास नगाड़ों की थाप पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जमकर थिरके और रंग गुलाल उड़ाकर खुशियां मनाई। हालांकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार की घोषणा से नाखुश नजर आईं। उन्होंने कहा कि सरकार ने शासकीय करण सहित अन्य मांगों को लेकर अपना रुख साफ नहीं किया। लिहाजा भविष्य में वे फिर से आंदोलन करेंगे। निश्चित ही 43 दिन तक हड़ताल करने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वेतन वृद्धि का लाभ मिल गया। हालांकि अन्य मांगे अभी भी अधूरी है। देखने वाली बात होगी कि अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का क्या रुख होता है।