त्रिपक्षीय वार्ता में इंटक की मांगों पर बनी सहमति, श्रमिक लौटे काम पर
0 श्यामू जायसवाल ने की थी विधायक पुरुषोत्तम कंवर व प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग, कंवर के निर्देश पर हुई त्रिपक्षीय वार्ता
-विनोद उपाध्याय
कोरबा (हरदीबाजार)। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक की शिकायत पर एसईसीएल गेवरा व दीपका क्षेत्र में कार्यरत कंपनी गोधरा के विभिन्न भुगतान संबंधी अनियमितताओं व अन्य शिकायतों को दूर करने का निर्देश कटघोरा एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर ने दिया। गेवरा प्रांगण में आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता में एसडीएम कटघोरा, एसईसीएल के अधिकारी, गोधरा प्रबंधन व सैकड़ों श्रमिकों के साथ इंटक के पदाधिकारी उपस्थित रहे। चर्चा के दौरान प्रशासन का स्पष्ट निर्देश व इंटक की पुरजोर मांग रही कि खदान क्षेत्रों में ठेका कंपनियों द्वारा किसी भी श्रमिक का किसी भी स्तर पर शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसडीएम तेंदुलकर ने कई महत्वपूर्ण निर्देश एसईसीएल प्रबंधन को दिए, जिनका प्रभाव खदान क्षेत्रों में कार्यरत दूसरे ठेका कंपनियों पर भी पड़ना है।
इंटक जिलाध्यक्ष श्यामू खुशाल जायसवाल ने प्रशासन का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हेल्परों, मेकेनिक, सुपरवाइजर आदि को एचपीसी रेट में भुगतान किए जाने के निर्देश एसडीएम ने दिए हैं जो स्वागत योग्य है। इसके साथ ही अन्य मांगों पर भी प्रशासन व एसईसीएल प्रबंधन ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए ठेका कंपनियों को सख्त निर्देश दिए हैं। खदान क्षेत्रों में किसी भी कंपनी द्वारा किसी भी स्तर पर किसी भी श्रमिक का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेड़ हॉलिडे की मांग एसईसीएल द्वारा न्यूनतम मजदूरी भुगतान अधिनियम 1950 का हवाला देते हुए इनकार किया है, परंतु श्रमिक न्यूनतम मजदूरी 1948 में इसका प्रावधान है जिसे लेकर हम उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करेंगे। वार्ता में एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर, गेवरा जीएम एस के मोहंती, इंटक जिलाध्यक्ष श्यामू खुशाल जायसवाल, जिला महासचिव शेत मसीह, उपाध्यक्ष कुलदीप राठौर, मीडिया प्रभारी संत चौहान, सोनू चौहान, अभिषेक कंवर, संतोष, राघवेंद्र राठौर, कान्हा अहीर, आलोक कुमार, घासी भारद्वाज, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक पारिडा, मनोज कुमार, गोधरा कंपनी से ईश्वर, चिंटू धवल, सुनील आदि उपस्थित थे।