राजस्व मंत्री जयसिंह ने कैबिनेट की मीटिंग में उठाया लचर विद्युत व्यवस्था का मुद्दा
0 व्यवस्था का जायजा लेने जल्द कोरबा आएंगे एमडी
कोरबा। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा में बिजली की लचर व्यवस्था का मुद्दा कैबिनेट की मीटिंग में उठाया। कुछ दिन पहले कैबिनेट की मीटिंग रायपुर में आयोजित हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के सभी मंत्रियों की मौजूदगी में कई प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
इसी दौरान राजस्व मंत्री ने जिले में बिजली की निर्बाध आपूर्ति को लेकर ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद को व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोरबा प्रदेश की ऊर्जाधानी है। यहीं से बिजली का उत्पादन होता है, जिससे देश के कई राज्य रौशन होते हैं, लेकिन दुर्भाग्य का विषय है कि कोरबावासियों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। इस दिशा में ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है। राजस्व मंत्री जयसिंह क्षेत्र में व्याप्त विद्युत व्यवस्था की व्यवस्था के लिए पहले भी बिजली विभाग के एमडी को पत्र लिख चुके हैं। कैबिनेट की मीटिंग में उन्होंने इस मुद्दे को उठाया और कोरबा में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने की बात कही। राजस्व मंत्री ने कोरबा अंचल में विद्युत आपूर्ति की लचर व्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरबा विद्युत उत्पादन का प्रमुख केंद्र है। समूचे देश में एक तरफ कोरबा में स्थापित राज्य की विद्युत उत्पादन इकाइयों को सर्वश्रेष्ठता का खिताब मिला है, तो दूसरी तरफ बिजली की कटौती के मामले में सबसे अधिक कोरबा अंचल के लोग ही पीड़ित हैं। कोरबा में आए दिन किसी न किसी समस्या के चलते लंबे समय तक बिजली कटौती होती रहती है, जिससे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के साथ ही अनेक लघु उत्पादन इकाइयों सहित विद्यार्थियों और आम नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करने के साथ ही बड़े पैमाने पर नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। मंत्री की नाराजगी व क्षेत्र की समस्या के मद्देनजर विद्युत विभाग के सचिव अंकित आनंद ने तत्काल विद्युत विभाग के प्रबंध निदेशक (एमडी) मनोज खरे को कोरबा जाकर समस्या के निराकरण करने की बात कही है। इसके बाद शीघ्र ही एमडी खरे का कोरबा प्रवास प्रस्तावित है। वह कोरबा आकर जमीनी स्तर पर अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे और समस्याओं के निराकरण की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे।