छत्तीसगढ़ी लोकपर्व हरेली पर कृषि औजारों की हुई पूजा-अर्चना
0 लोगों ने लिया गेड़ी का आनंद
कोरबा। छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली पर्व सोमवार को कोरबा जिले में हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ पारंपरिक तौर तरीकों से मनाया गया। शहर सहित गांवों में छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार हरेली मनाया गया। गांवों में किसानों ने कृषि कार्य में उपयोग में आने वाले हल सहित अन्य औजारों की साफ सफाई कर पूजा अर्चना की। हरियाली त्योहार को लेकर बच्चों एवं किसानों में खासा उत्साह देखने को मिला। बच्चों ने लकड़ी से बने गेड़ी चढ़कर हरेली त्योहार मनाया, वहीं शहरी अंचलों में भी युवाओं ने नारियल फेंककर दांव लगाया तो कहीं गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शहर के अलग-अलग स्थानों में हरेली पर्व को लेकर कई आयोजन किए गए।
छत्तीसगढ़ महतारी संस्कृति संवर्धन सेवा समिति की ओर से दर्री रोड छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर परिसर में हरेली पर्व का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल मौजूद रहे। सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी व कृषि औजारों की विधि विधान से पूजा-अर्चना की गई। तदुपरांत गेड़ी दौड़, नारियल फेंक, फुगड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ महतारी की आरती लॉन्च की गई। राजगीत और छत्तीसगढ़ महतारी की आरती दोनों अलग हैं। लगातार 19 वर्षों से कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। इसके अलावा कार्यक्रम में बतौर अतिथि महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, एमआईसी सदस्य संतोष राठौर शामिल हुए। साथ ही कार्यक्रम में समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह प्रधान, प्रदेश महासचिव प्यारेलाल चौधरी, वरिष्ठ संरक्षक हरीश चंद्र निषाद, भोजराम राजवाड़े, यूआर महिलांगे, दिनेश कुमार केवट, पवन जांगड़े, लता केंवट, कुसुम द्विवेदी, अमृता निषाद, गीता महंत सहित अन्य मौजूद रहे।