October 10, 2024

राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा स्पर्धा में बेटियों का रहा दबदबा

कोरबा। कोरबा की मेजबानी में आयोजित की जा रही 23वीं छग राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा स्पर्धा-2023 के तहत विभिन्न खेलों में मुकाबले का दौर जारी है। ताइक्वांडो के तीनों ही आयु वर्ग में बेटियों ने अपना दबदबा कायम करते हुए एक के बाद मेडल जीते हैं। 35 बालक व 34 बालिका समेत कुल 69 गोल्ड के लिए प्रतियोगिता हो रही है। ताइक्वांडो की स्टेट स्पर्धा में बालिकाओं ने अब 31 गोल्ड पर कब्जा कर लिया है। इसी तरह रजत व ब्रांज को मिलाकर कुल 145 मेडल के लिए रोमांचक भिड़ंत जारी है।
जिला प्रशासन व जिला शिक्षा विभाग कोरबा की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में सभी खेल विधाओं से कुल 1060 प्रतिभागी और 140 कोच मैनेजर प्रदेशभर से यहां पहुंचे हैं। ताइक्वांडो के तीनों आयु वर्ग (14, 17 व 19 वर्ष) में सबसे ज्यादा स्वर्ण जीतकर बालिकाओं ने प्रतियोगिता में अपना दबदबा कायम किया है। तीनों वर्ग को मिलाकर कुल 70 मेडल के लिए प्रतियोगिता हुई, जिसमें पांच संभाग के 300 से अधिक ताइक्वांडो खिलाड़ी भागीदारी कर रहे हैं। ताइक्वांडो प्रतियोगिता को सफल बनाने छत्तीसगढ़ ताइक्वांडो संघ के महासचिव अनिल द्विवेदी, जिला ताइक्वांडो संघ के सचिव लोकेश राठौर, विभिन्न जिलों से आए निर्णायकों में अनिल सिंह क्षत्रीय, अखिलेश कैवर्त्य, संतोष निर्मलकर, कुंजला जायसवाल, प्रदीप यादव, बलराम पुरी गोस्वामी, योगेश श्रीवास, भागवत पांडेय, चांदनी दीवान, आदर्श यादव, मेघा दास, हिमांशु पाटकर, कुणाल सिंह अपना विशेष योगदान दे रहे हैं। बालक क्रिकेट स्पर्धा ईविपीजी कॉलेज मैदान, इंदिरा स्टेडियम स्थिति स्विमिंग पूल में वाटर पोलो और स्टेडियम परिसर स्थित स्व. राजीव गांधी ऑडिटोरियम में कराते प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। सीएसईबी सीनियर क्लब में आयोजित की जा रही ताइक्वांडो प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग के अंतर्गत मेजबान कोरबा के अलावा रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली के खिलाड़ियों के बीच सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। अब तक की स्थिति में कोरबा की फाइटर गर्ल्स ने चार गोल्ड हासिल किए हैं। पहली बार राज्य शालेय स्पर्धा में इलेक्ट्रानिक स्कोरिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस कारण सभी संभाग के कोचों ने इसकी सराहना की है। इस प्रणाली की मदद से खेल के बीच पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित होने से खिलाड़ियों और उनके कोच में हर्ष है।

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