प्रशासन के प्रयास से कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर जाम से राहत
0 आवागमन में लोगों को हो रही आसानी
कोरबा। प्रशासन के प्रयास से कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर फिलहाल जाम से राहत मिल गई है। पहले जहां मार्ग पर भारी वाहनों की रेलम पेल लगी रहती थी, मिनटों का सफर घंटों में तय हो रहा था, वहीं अब कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम की लगातार कार्रवाई से जाम से लोगों को जाम में फंसकर परेशान नहीं होना पड़ रहा है।
बीते लगभग एक माह से कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर भारी वाहनों के जमावड़े से लगातार जाम की स्थिति बनी हुई थी। जाम की स्थिति इतनी भयानक थी कि लोग कई-कई घंटे तक इस जाम में फंस रहे थे। आमजन, व्यापारी सभी जाम से बेहद परेशान थे। कलेक्टर ने इस समस्या पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों और ट्रांसपोर्टरों को जाम से आमजनों को राहत दिलाने सख्त हिदायत दी। इसके बाद जमीनी स्तर पर कार्य होने शुरू हुए जिसका परिणाम यह हुआ कि पिछले 3 दिन से कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर जाम नियंत्रित स्थिति में दिखाई दे रही है। कटघोरा एसडीएम रिचा सिंह लगातार जाम वाले क्षेत्रों में दौरा करती रहीं। जाम के बीच जाकर उन्होंने जाम के कारणों को जाना और उसके निवारण के लिए वे एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन और पुलिस को निर्देशित करती रहीं। कुसमुंडा थाना पुलिस ने भी लगातार जाम खुलवाने भरसक प्रयास किया। तमाम जद्दोजहद के बाद आखिरकार कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर फिलहाल जाम की स्थिति नियंत्रित है। कुछ स्थानों जैसे की इमलीछापर चौक, कुचेना मोड़, थाना चौक पर अचानक जाम लग रही है, जिसकी वजह रेल्वे फाटक का लगातार बंद होना और मुख्य मार्ग पर बना सकरा लक्ष्मण नाला पुल है। दोनों ही स्थानों पर कार्य होना है। बरसात के बाद लक्ष्मण नाला पुल नया बनाना है, रेल फाटक पर फ्लाई ओवर बनाना है। यहां जब तक दोनों कार्य पूर्ण नहीं होते तब तक परेशानी रहेगी। वहीं विकास नगर कॉलोनी मार्ग पर अभी भी हल्के वाहनों की आवाजाही निरंतर जारी है, जिससे कॉलोनीवासियों को परेशानी हो रही है। इमलीछापर खत्री कॉम्प्लेक्स के पास से केवल कोरबा की दिशा जाने वाले वाहन ही गुजरेंगे। कोरबा की ओर से आने वाले सभी वाहन अमर प्रोविजन के पास से होते हुए गुजरेंगे। इसके अलावा यहां शिव मंदिर चौक से ठीक पहले करीब 100 मीटर का सीसी रोड ढलाई के लिए बचा हुआ है, जिसे आज कल में ढाला जाएगा और वाहनों के आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन अधिक से अधिक गाड़ियों को खदान के अंदर प्रवेश करने की व्यवस्था करा रहा है। साथ ही भारी वाहनों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था बनाई जा रही है। लक्ष्मण टीपर मार्ग पर बैरियर लगाकर वाहनों को सीमित संख्या में छोड़ा जा रहा है, जिससे मुख्य मार्ग पर सभी वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित होगी। कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर यह भी ध्यान दिया जा रहा है कि कोई भी भारी वाहन ओवरटेक कर दूसरे लेन पर न प्रवेश करे।