November 22, 2024

दो गुटों में खूनी संघर्ष, कुसमुंडा में भारी तनाव

न्यूज एक्शन। कुसमुंडा खदान में कोल उठाव व पासिंग को लेकर ट्रांसपोर्टरों के बीच विवाद चला आ रहा था। जिसे लेकर रविवार की दोपहर दो ट्रांसपोर्टरोंं के बीच जमकर विवाद हो गया। एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसके बाद कुसमुंडा क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। जिस पक्ष पर हमला किया गया उनके समर्थकों ने कुसमुंडा थाना का घेराव कर दिया। तनाव की स्थिति को देखते हुए कुसमुंडा पुलिस के अलावा भारी संख्या में बल कुसमुंडा रवाना किया गया। खबर लिखे जाने तक कुसमुंडा में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। तनाव को देखते हुए क्षेत्र की अधिकांश दुकानें बंद कर दी गई थी।
बताया जा रहा है कि कुसमुंडा खदान के सीआईएसएफ बेरियर के गेट नंबर 3 के पास पांडेय रोड लाईंस के लोगों ने कांग्रेस नेता एवं पूर्व पार्षद तथा कोल ट्रांसपोर्टर अमरजीत सिंह एवं उनके सहयोगियों पर हमला कर दिया। साथ ही मौके पर खड़ी उनकी दो वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी गई। बताया जा रहा है कि 50 से 60 की संख्या में लोगों ने अमरजीत व उसके सहयोगियों पर हमला किया है। जिसमें अमरजीत सहित कई लोगों के घायल होने की खबर है। इस घटना के बाद अमरजीत के समर्थक भु_ा चौक में एकत्रित हो गए। लगभग एक हजार की संख्या में उसके समर्थकों ने कुसमुंडा थाना का घेराव कर दिया। बताया जा रहा है कि घटना लगभग दोपहर 12.30 बजे घटित हुई। दोनों पक्षों के बीच कोल उठाव व एंट्री पास को लेकर विवाद चला आ रहा था। इस विवाद को लेकर तनातनी की स्थिति बनी रहती थी। कभी भी खूनी संघर्ष की स्थिति निर्मित होने का खतरा बना हुआ था। अंतत: ऐसा ही हुआ। इस विवाद के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। दोनों ही गुट क्षेत्र में दबदबा रखते हैं। जिसके कारण उनके विवाद का असर पूरे कुसमुंडा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
बाहुबलियों के बीच हुई टक्कर
खदान में नियोजित दोनों ही कंपनियां रसूखदारों से संंबंधित है। क्षेत्र में दोनों बाहुबली माने जाते हैं। जिनके बीच विवाद के कारण तनाव निर्मित होने की संभावना थी। दोनों पक्ष ही एक दूसरे पर दबाव बनाकर एंट्री पासिंग को लेकर भिड़ते थे। ऐसे में दोनों कंपनियों के बाहुबल को देखते हुए एक को शेर तो दूसरे को सवा शेर कहने वाले लोग भी क्षेत्र में काफी है। ऐसे में इस घटना के बाद लोग यह भी कह रहे हैं कि शेर को सवा शेर मिल गया या फिर सवा शेर को अब बब्बर शेर मिलने वाला है।

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