लंबी प्रतीक्षा के बाद पहुंची वैक्सीन, टीकाकरण केंद्रों में लगी भीड़
कोरबा 14 जुलाई। वैश्विक महामारी कोरोना से लोगों को सुरक्षित करने के लिए सरकार के द्वारा वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू किया गया है । कोरबा जिले में 10 दिन बीतने के बाद अब जाकर वैक्सीन उपलब्ध हो सकी है । स्थिति यह रही कि विभिन्न टीकाकरण केंद्रों में लंबी लाइन लग गई कुछ स्थानों पर अस्पताल कर्मियों ने अपने स्टाफ के लिए पहले ही टोकन काट लिए जानकारी होने पर लोगों ने इसका विरोध किया।
छत्तीसगढ़ को वैक्सीन उपलब्ध कराने के मामले को लेकर पिछले कुछ दिनों से केंद्र और राज्य के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। अलग-अलग तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। इन सबके बीच प्रदेश के औद्योगिक जिला कोरबा में लगभग 10 दिन के बाद वैक्सीन उपलब्ध हो सकी। इसी के साथ टीकाकरण केंद्रों में लोगों की लाइन लग गई। ऐसे लोगों को काफी समय से टीकाकरण के दूसरे डोज का इंतजार बना हुआ था। बताया गया कि केंद्रीकृत व्यवस्था के अंतर्गत ऐसे लोगों के पास उनके मोबाइल पर संदेश आ रहे थे, जिसमें कहां जाना था कि उनका सेकंड डोज ड्यू है और उसकी तारीख आ चुकी है। इसलिए अपने पास के टीकाकरण केंद्र में जानकारी लेने के साथ सुविधा का लाभ लें। वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में लगातार जानकारी हासिल करने के साथ लोगों को ज्ञात हुआ कि अब स्थितियां अनुकूल हुई है। कोरबा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एसईसीएल चिकित्सालय सीएसईबी चिकित्सालय ईएसआईसी के अलावा उप नगरीय क्षेत्रों और अन्य इलाकों में सुबह से ही लाभान्वित काफी संख्या में पहुंच गए थे। जरूरी प्रक्रियाओं की पूर्ति के साथ इन लोगों को सुविधा से लाभान्वित किया गया।
सूचनाओं के अनुसार कोरबा के एसईसीएल चिकित्सालय मैं आज सीमित संख्या में कोविड-19 वैक्सीन की डोज पहुंचे हैं। प्रबंधन को इस बारे में भली-भांति जानकारी थी कि यहां पर बड़ी संख्या में लोग आ सकते हैं। इस बात को दरकिनार करते हुए उसने 33 से अधिक स्टाफ के लिए पहले ही टोकन काट लिए ताकि दिक्कत ना हो। लाइन में लगे लोगों को जब इसकी खबर हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया और कहां की कम से कम इस योजना में पक्षपात नहीं किया जाना चाहिए।
जिले को कोविशील्ड वैक्सीन की 5, 620 डोज उपलब्ध हुई है। कुछ दिन से कमी के बाद जानकारी उपर भेजी गई थी। फिलहाल सीमित मात्रा में डोज की उपलब्धता करायी गई है। इसके हिसाब से विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों को इसकी आपूर्ति की गई है।
डॉ.पुष्पेश कुमार, जिला टीकाकरण अधिकारी