कोरोना संक्रमित के शवदाह पर मचा बवाल, निगम कर्मियों को बनाया बंधक
➡️ अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य, तीन सीएसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल की करनी पड़ी तैनाती।
➡️ 4 घंटो की मशक्कत के बाद हो सका शवदाह
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दहशत का माहौल व्याप्त है। इस वजह से कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार में मुश्किलें आ रही हैं। स्थानीय लोग कोरोना संक्रमितों की मौत पर अड़चन डाल रहे हैं। यह मामला राजधानी रायपुर के मारवाड़ी शमशान घाट का है, जहां कोरोना संक्रमित मरीज के शवदाह को लेकर जमकर हंगामा हो रहा है।
रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित मारवाड़ी शमसान में कोरोना संक्रमित मरीज अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक चिमनी के जरिये किया जाना था। लेकिन स्थानीय लोगों ने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में रुकावट डालने के जमकर हंगामा शुरू कर दिया और नागर निगम कर्मचारियों को रोक दिया। भारी मशक्कत के बाद जब शव वाहन पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने शव जलाने वाले कर्मचारी को बंधक बना लिया है। कोविड शव जलाने को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। श्मसान के बाहर महिलाएं जमा हो गई हैं, जिन्हें हटाने की कोशिश में महिला पुलिसकर्मियों के साथ पुलिस बल लगी हुई है। वहीं प्रशासन की टीम लोगों को समझाइश दे रही है।
लोगों को समझाइश देने और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। वहीं अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य के साथ शहर के दो सीएसपी देवचरण पटेल और नसर सिद्दीकी दोनों मौजूद हैं।
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक शवदाह से किसी तरह का संक्रमण नहीं फैलेगा। लेकिन स्थानीय लोग इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। संक्रमण फैलने के अंदेशे से दूसरे जगह शव दाह करने की मांग पर अड़े हुए थे। करीब 4 घंटे के बाद भारी मशक्कत के बाद शवदाह किया गया।
अपर आयक्त पुलक भट्टाचार्य ने कहा है कि कोविड प्रोटोकोल के तहत ही कोरोना मृतक का शवदाह किया गया है।