किराए के रहवास में रह रहे लोगों के घरों में पहुंची पुलिस ने पूरी की जांच प्रक्रिया, सत्यापन कर रखी जा रही पूरी जानकारी
कोरबा 3 नवम्बर। कई मकान मालिक किराए पर अपना मकान तो दे देते हैं मगर रहने वाले लोगों की पूरी जानकारी नहीं रखते। कई बार आपराधिक किस्म के लोग इसका फायदा उठाकर क्षेत्र में रहकर पूरी जानकारी जुटा लेने के बाद वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। ऐसे में पाली थाना की पुलिस टीम किराए के रहवास में रह रहे लोगों के घरों में पहुंच रही है। इनसे पूरी जानकारी युक्त फार्म भरवाने के बाद इसे सत्यापन कर डाटा रखा जा रहा है। फार्म में किराए के मकान रहने वाले लोगों के स्थायी पता, मकान मालिक का नाम, किराए में रहने की अवधि, पेशे से लेकर घर में रहने वाले सदस्यों की जानकारी देने का उल्लेख है।
यहां बताना होगा कि खुद मकान मालिक के पास किराएदार की पूरी जानकारी नहीं होती है। सिर्फ उनका नाम और पता जानते हैं। इसी का फायदा अपराधी तत्व उठाते हैं। किसी वारदात को अंजाम देकर बाहर से आकर छुपकर रहते हैं या फिर अपराध करने की योजना से किराए पर मकान ले रखते हैं। सत्यापन में किरायेदार को अपने परिचित और गांव का मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है। रिश्तेदार का नंबर और नाम भी बताना होगा। साथ में रहने वाले सदस्यों का नाम, पते भी बताना होगा। किराए में रहने वाले घर के मुखिया व अन्य सदस्यों की फोटो फार्म में चस्पा कर रही है। पुलिस फोन कर दी गई जानकारी की जांच भी कर सकती है।