अशासकीय विद्यालय प्रबंधक संघ ने किया प्रदर्शन, रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन
0 निजी स्कूलों के पट रहे बंद
कोरबा। गुरुवार को जिले भर के निजी स्कूलों के पट बंद रहे। स्कूल संचालकों ने आईटीआई चौक पर धरना प्रदर्शन कर रैली निकाली। कलेक्टोरेट पहुंचकर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। धरना प्रदर्शन में विभिन्न विद्यालयों के संचालक शामिल हुए, जिन्होंने प्रदेश सरकार से अपनी मांग पूरी करने की मांग की है।
बीते दिनों निजी विद्यालय के संचालकों की बैठक आयोजित हुई थी, जिसमें प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत जिले में भी 14 सितंबर को स्कूल बंद कर आंदोलन का निर्णय लिया गया था। इसके तहत गुरुवार को आंदोलन किया गया। इस संबंध में संघ के जिला अध्यक्ष अक्षय दुबे ने बताया कि पिछले 12 वर्ष से आरटीई की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है। आरटीई की राशि प्राथमिक कक्षाओं में 7000 से बढ़कर 15000, माध्यमिक की 11500 से बढ़ाकर 18000 व हाई और हायर सेकंडरी की अधिकतम सीमा को 15000 से बढ़ाकर 25000 तक किया जाए। बसों की अवधि जो छत्तीसगढ़ में 12 वर्ष है और देश के अधिकांश राज्यों में यह अवधि 15 वर्ष है। बसों की अवधि छत्तीसगढ़ में भी 15 वर्ष किया जाना चाहिए। निजी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को भी सरस्वती साइकिल योजना का लाभ दिया जाए। आरटीई की रुकी हुई प्रतिपूर्ति राशि को अविलंब स्कूलों के खाते में हस्तांतरित किया जाये। निजी स्कूलों के सभी खातों को पीएफएमएस के अंतर्गत पंजीकृत किया जाए। गणवेश की राशि 540 रुपये से बढ़कर 2000 की जाए। निजी विद्यालय में अध्ययनरत एससी एसटी ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाले प्री मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाई जाए। निजी स्कूलों के अध्यापकों को स्कूली शिक्षा में भर्ती पर बोनस अंक प्रदान किया जाये, जैसे आत्मानंद के शिक्षकों को किया जाता है। उपरोक्त मांगों पर तुरंत संज्ञान लेकर पूरा नहीं किया गया तो छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने आंदोलन का मार्ग अपनाने का निर्णय लिया है। आंदोलन के कारण आज 14 सितम्बर को प्रदेश के सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। मांग पूरी न होने की स्थिति में 21 तारीख को राजधानी में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।