कुसमुंडा मार्ग पर भारी वाहनों से जाम की बन रही लगातार स्थिति पर राजस्व मंत्री ने एसईसीएल के सीएमडी को लिखा पत्र
कोरबा। इमलीछापर, सर्वमंगला, कुसमुंडा मार्ग पर भारी वाहनों के कारण आए दिन लग रहे जाम से आम नागरिकों को हो रही परेशानियों के मद्देनजर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एसईसीएल के सीएमडी को मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ठोस कदम उठाने के लिए पत्र लिखा है। राजस्व मंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि पहले यह मार्ग संकरा था, जिससे राहगीरों का सड़क पर सुरक्षित चलना कठिन था। इस समस्या के निदान के लिए इस मार्ग को अभी फोरलेन बनवाया गया है, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सड़क पर भारी वाहनों से जाम लगने की स्थिति पहले से भी बदतर हो चली है।
सड़क पर लगने वाले भारी वाहनों से जाम की स्थिति पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पत्र की प्रतिलिपियां कोरबा कलेक्टर के साथ ही कोरबा, गेवरा, दीपका व कुसमुंडा खदान के महाप्रबंधकों को भी प्रेषित की गई है। इन सभी खदानों द्वारा भारी वाहनों के लिए पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि कोयला परिवहन के लिए कोरबा में संचालित हो रहे लगभग 7000 से अधिक भारी वाहनों की दृष्टि से सभी खदानों को अपने यहां न्यूनतम 1000 भारी वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था देनी चाहिए, लेकिन किसी भी खदान ने ऐसा नहीं किया है।
पत्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि कोरबा, गेवरा, दीपका व कुसमुंडा खदानों द्वारा अपने क्षेत्र में कम से कम 1000 भारी वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और इसके साथ ही इमलीछापर रेलवे फाटक के दोनों तरफ व सर्वमंगला चौक पर सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती करवाई जावे, ताकि भारी वाहनों को व्यवस्थित तरीके से वहां से निकाला जा सके। इसके लिए सीआईएसएफ के अथवा पुलिस के जवानों को तैनात करने की आवश्यकता है।
राजस्व मंत्री ने पत्र में इस बात पर विशेष बल दिया है कि जब तक उपर्युक्त व्यवस्थाओं का अनुपालन नहीं हो रहा है, फोरलेन मार्ग पर दोनों तरफ से आने-जाने वाले सभी भारी वाहनों व छोटे वाहनों के लिए मार्ग का चिन्हांकन किया जाए और उसी के अनुसार वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की जाए। आगामी त्योहारी सीजन जैसे नवरात्र पर्व और दीपावली व विधानसभा चुनाव के समय आम नागरिकों के ज्यादा से ज्यादा मूवमेंट को देखते हुए इस मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए सुबह 6 से 10 बजे तक और शाम को 4 से रात्रि 9 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर नो एंट्री की कार्रवाई की जाए।