डीएव्ही कोरबा में दो दिवसीय राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का समापन
कोरबा। डीएव्ही पब्लिक स्कूल एसईसीएल कोरबा में दो दिवसीय राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ (डीएवी नेशनल स्पोर्ट्स 2023) का समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीपक पांड्या महाप्रबंधक एसईसीएल कोरबा क्षेत्र रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रशांत कुमार क्षेत्रीय निदेशक डीएव्ही संस्था छत्तीसगढ़, सी.एम. पांडेय प्रबंधक डीएव्ही कोरबा एवं प्राचार्य डीएव्ही कुसमुंडा, मनीषा अग्रवाल प्राचार्या डीएव्ही गेवरा, केडी शर्मा प्राचार्य डीएव्ही छाल, अल्का शर्मा प्राचार्या डीएव्ही राजहरा भिलाई, बीपी साहू प्राचार्य डीएव्ही नंदिनी भिलाई और राजरेखा शुक्ला प्राचार्या डीएव्ही खरमोरा उपस्थित थे।
अतिथियों का स्वागत विद्यालय के मुख्य द्वार पर वैदिक मंत्रोचार के साथ हुआ। इसके पश्चात विद्यालय के नन्हें कलाकारों ने एक मधुरिम स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। स्वागत गीत के पश्चात विद्यालय की बालिकाओं ने राजस्थानी और पंजाबी नृत्य की मनमोहक एवं आकर्षक प्रस्तुति दी, जिसे देखकर उपस्थित जन समूहों ने मुक्त कंठ से सराहा। नृत्य के पश्चात विद्यालय की प्राचार्या अनामिका भारती ने इस दो दिवसीय खेल महाकुंभ का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस खेल महोत्सव में अंडर 17 वर्ग के बालक-बालिकाएं शामिल हुए थे। इसमें छत्तीसगढ़ के 59 डीएव्ही स्कूलों से बालक के 344 तथा 346 बालिकाओं कुल 590 विद्यार्थी खिलाड़ियों सहित 86 खेल शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। इस संपूर्ण खेल महोत्सव में स्कूलों को कुल 6 क्लास्टरों में विभाजित किया गया था। उनके बीच खिताबी जीत के लिए विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाएं जैसे एथेलेटिक्स, तैराकी, लंबी कूद, ऊंची कूद, तीरंदाजी, बॉक्सिंग, जूडो-कराटे,स्केटिंग, शतरंज, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि प्रमुख खेल शामिल थे। इन दो दिवसीय खेल महाकुंभ के विजेता क्लस्टर 1 और उपविजेता क्लस्टर 2 रहे।
मुख्य अतिथि की आसंदी से अपने उद्गार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि दीपक पांड्या ने कहा- आज का युग तकनीकी युग के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा का युग भी है। विद्यार्थियों को चाहिए कि विभिन्न संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करें और देश निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दें। विशिष्ट अतिथि प्रशांत कुमार ने विद्यार्थी खिलाड़ियों और उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं बधाई देते हुए और शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि खिलाड़ियों में खेल भावना के साथ-साथ अनुशासन और देश-प्रेम की भावना भी होना चाहिए, ताकि वे अच्छे नागरिक के रूप में अपना नाम विश्व पटल पर अंकित कर सके। इस दो दिवसीय खेल महोत्सव का सफल आयोजन विद्यालय की प्राचार्या अनामिका भारती के नेतृत्व, खेल शिक्षिका एन विजय लक्ष्मी और खेल शिक्षक धर्मेन्द्र तिवारी के मार्गदर्शन तथा विद्यालय के समस्त शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक सदस्यों के बहुमूल्य योगदान से संभव हुआ।