जोगी ने दी थी आबादी पट्टा की सौगात
न्यूज एक्शन। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कार्यकाल में आबादी पट्टा वितरण की शुरूआत हुई थी। या यूं कहें कि अजीत जोगी ने बसाहट जमीन पर लाखों लोगों को मालिकाना हक दिलाने का अभूतपूर्व निर्णय लिया था। लोगों को उनका खुद का आशियाना दिलाने में जोगी का आबादी पट्टा वितरण योजना मील का पत्थर साबित हुआ। जोगी कार्यकाल में प्रदेशभर के लाखों लोगों को उनकी बसाहट पर मालिकाना हक मिल गया। आज भी वे इस नाते अजीत जोगी को याद करते हैं। हालिया रमन सरकार ने भी इस योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदेश में जोगी के सत्ता से हटने के बाद इस योजना का ऐसा बुरा हाल हुआ कि लोग आबादी पट्टा के लिए भटक रहे हैं। सत्तापक्ष पर आरोप लगते रहे हैं कि रमन सरकार को केवल चुनाव के समय आबादी पट्टा की याद आती है। एक बार पुन: विधानसभा चुनाव होने जा रहा है और प्रदेश सरकार ने पट्टा वितरण का राग अलाप दिया है, लेकिन जनता तो ये पब्लिक सब जानती है, कि तर्ज पर हर बात अच्छे से समझती है। अब जब प्रदेश के पूर्व मुखिया अजीत जोगी अपनी पार्टी जकांछ के बैनर तले चुनाव लडऩे जा रहे हैं तो ऐसे में यह कहना मुनासिब होगा कि उनकी नीतियों और उनके योजनाओं से लाभान्वित लोग उन्हें पुन: सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे। लोगों को भी लगता है कि अजीत जोगी के सत्ता में आने के साथ ही पट्टा वितरण जैसी अन्य जनोपयोगी योजनाएं शुरू होंगी। हर योजना के लिए दिल्ली का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा।