अधिवक्ता के साथ पटवारी ने दुर्व्यवहार किया, नायब तहसीलदार की भी मौन स्वीकृति रही
कोरबा 7 मार्च। भैसमा उप तहसील में अपने प्रकरणों को लेकर पैरवी करने पहुंचे अधिवक्ता के साथ एक पटवारी ने दुर्व्यवहार किया। नायब तहसीलदार की उपस्थित में घटनाक्रम होने के बावजूद आपत्ति जताने के बजाए नायब तहसीलदार की भी मौन स्वीकृति रही। अधिवक्ता से दुर्व्यवहार न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है, अतः पटवारी को बर्खास्त और नायब तहसीलदार पर कठोर कार्रवाई की जाए।
इस आशय की शिकायत और मांग लेकर जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी कलेक्टोरेट पहुंचे थे। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष गणेश कुलदीप ने बताया कि अधिवक्ता देवकुमार चंद्रा तहसील संबंधित प्रकरणों की पैरवी को लेकर भैसमा तहसील गए थे। यहां उन्हाने पटवारी प्रतिवेदन लगाया गया था। इस पर नायब तहसीलदार ने पटवारी को तलब किया। मामले में जानकारी दिए जाने के बजाय पटवारी फिरोज आलम अधिवक्ता देवकुमार से अभद्र व्यवहार करने लगा। उसका कहना था कि डूमरडीह मसाहती ग्राम है फिर भी अधिवक्ता ना जाने कहां से नक्शा ले जाता है। आप के बजाय तुम से संबोधित करते हुए उसने अधिवक्ता का हाथ पकड़ते हुए बाहर में देख लेने की बात कही। संघ के अध्यक्ष ने यह भी बताया है कि नायब तहसीलदार की उपस्थिति यह सब कुछ होता रहा। पटवारी को टोकने के बजाय अधिवक्ता के अपमान में उनकी भी मौन स्वीकृति रही। ऐसे में पटवारी को उसके पद से बर्खास्त करने व नायब तहसीलदार पर कठोर कार्रवाई करने की मांग कलेक्टर से की गई है। अध्यक्ष ने बताया कार्रवाई नहीं किए जाने पर संघ के निर्णय से आगे विरोध प्रदर्शन के लिए रणनीति बनाई जाएगी।