कोरबा 11 मार्च। जिला खनिज विभाग को वित्तीय वर्ष समापन के एक माह पहले फरवरी तक 1800 करोड़ का राजस्व आय मिला। कोरोनाकाल के चलते राजस्व आय में आई कमी का असर खनिज न्यास पर भी पड़ेगा। जिला खनिज विभाग को शासन ने इस बार 2270 करोड़ राजस्व आय का लक्ष्य दिया है। लक्ष्य के विरूद्ध में वित्तीय वर्ष के 11 माह के उपरांत लक्ष्य से 470 करोड़ पीछे है। माह भर में इतना अधिक लक्ष्य पाने की संभावना कम है।
खनिज विभाग प्रति वर्ष लक्ष्य से अधिक राजस्व हासिल करता था। कोरोनकाल के चलते उत्पादन प्रभावित होने से राजस्व बीते वर्ष की अपेक्षा 120 करोड़ कम है। कोयला उत्पादन के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग किए जाने से पिछले पांच साल से निर्धारित लक्ष्य से अधिक आय अर्जित करने में विभाग कामयाब हुआ है। माह भर के भीतर 470 करोड़ की आय नहीं मिली तो रिकार्ड टूट जाएगा। बीते वर्ष राजस्व आय का लक्ष्य 2200 करोड़ था, जिसमें इस वर्ष 70 करोड़ का इजाफा किया गया है। खनिज विभाग का राजस्व कोयला पर निर्भर है। जिले में कोयले की 14 खदाने संचालित हैं। कोरोनाकाल के दौरान भी उत्पादन जारी रहा किंतु शिफ्ट में मजदूरों की उपस्थिति कम होने से उत्पादन 18 हजार टन प्रभावित हुआ है। खनिज से प्राप्त राजस्व के 20 फीसदी राशि का उपयोग जिला खनिज न्यास से प्रभावित क्षेत्रों के लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए किया जाता है। यह तय है कि इस बार आय कम होने से जिला खनिज न्यास समिति को कम राशि मिलेगी। इससे लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए कम बजट संभावित है।