अपराधों की रोकथाम के लिए गांवों में लगाएं चौपाल: डी जी पी
डीजीपी डी एम अवस्थी ने अपराधों की समीक्षा की
रायपुर 15 मार्च। डीजीपी डी एम अवस्थी ने वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के जरिए अपराधों की समीक्षा की। बैठक में श्री अवस्थी ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को डिटेक्टिव के साथ प्रिवेंटिंग पुलिसिंग के निर्देश दिये।
उन्होने कहा कि प्रिवेंटिंग पुलिसिंग से अपराधों में कमी आएगी। डीजीपी ने महिला विरुद्ध अपराधों और चिटफंड कम्पनियों के विरूद्ध कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिटफंड कम्पनियों के विरुद्ध कार्रवाई की अगले सप्ताह से रेंजवार समीक्षा की जाएगी । उन्होंने कहा कि महिला विरूद्ध अपराधों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए।शहर के ऐसे इलाके जो सुनसान हो एवं जहां छेड़खानी की घटनाएं अधिक होती हों वहां पर महिला पुलिस अधिकारियोंकी ड्यूटि लगायें।
उन्होंने कहा कि अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक स्वयं ऐसे पुलिसकर्मियों की ड्यूटि लगायें जिनका सूचना तंत्र मजबूत हो। डीजीपी ने चिट फण्ड प्रकरणों में शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिये, उन्होने कहा कि कलेक्टर्स से समन्वय कर चिटफण्ड कम्पनियों की सम्पत्ति शीघ्र कुर्क करायें। उन्होने कहा कि अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन बिल्कुल नहीं होना चाहिए, ऐसा पाये जाने परसंबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी के विरूद्ध सख्त कार्यवाहीकी जाएगी।
उन्होने कहा कि पुलिस के अधिकारी ग्रामीण इलाकों में अपराधों की रोकथाम के लिए गांवों में चौपाल लगायें। शहरी क्षेत्रों में नागरिकों के साथ संवाद स्थापित करके रखे जिससे सूचना तंत्र मजबूत हो सके। अपराधों की रोकथाम के लिए नाकाबंदी और वाहनों की औचक निरीक्षण होना चाहिए। श्री अवस्थी ने कहा कि होली का त्यौहार नजदीक है, जिसके मद्देनजर उपद्रवियों और हुड़दंग करने वालों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। उन्होने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि अनुकम्पा नियुक्ति काकोई भी प्रकरण लंबित नहीं रहना चाहिए। बैठक में ए डी जी हिमान्शु गुप्ता, आई जी इंटेलीजेन्स डाॅ. आनन्द छाबड़ा, डीआईजी सीआईडी एस सी द्विवेदी एवं सभी आईजी एसपी उपस्थित रहे।