डिप्टी रेंजर की सुपारी देकर पत्नी ने कराई थी हत्या, सात गिरफ्तार
कोरबा 16 मार्च। जिले की कटघोरा पुलिस ने डिप्टी रेंजर की अंधी हत्या के मामले को 48 घंटे के अन्दर सुलझा लिया है। अवैध संबंधों को लेकर की गयी ये हत्या सुपारी देकर कराई गई। मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या की ये सुपारी किसी और को नहीं बल्कि देह व्यापार करने वाली एक महिला को दी गई थी ।
इस मामले का खुलासा करते हुए एस डी ओ पी रामगोपाल करियारे ने बताया कि डिप्टी रेंजर कंचराम पाटले कोरबा के कटघोरा वन मंडल में पदस्थ था और ड्यूटी के लिए घर से निकला, मगर वापस नहीं लौटा। अगले दिन उसकी लाश पुराने बैरियर के पास सड़क के किनारे मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने मौत की वजह पॉइजनिंग और रक्तश्राव को बताया।
मोबाइल कॉल से हुआ खुलासा
पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि कंचराम पाटले को किसी का फोन आया और वह ड्यूटी पर जाने की बात कहकर निकल पड़ा। पुलिस की साइबर टीम ने पाटले को आये मोबाइल कॉल के आधार पर मृतक कंचराम पाटले की चुड़ियाही पत्नी संतोषी पाटले और उसके जीजा नरेंद्र टंडन को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस दौरान खुलासा हुआ कि कंचराम पाटले ने अपनी पत्नी की मौत के बाद संतोषी पाटले से चूडियाही विवाह कर लिया था। संतोषी का अपने जीजा नरेंद्र टंडन से अवैध संबंध था जिसकी जानकारी कंचराम पाटले को हो गयी थी।
संपत्ति हड़पने को लेकर रचा षड्यंत्र
कंचराम पाटले और संतोषी के दो बच्चे हुए, वहीँ उसकी पहली पत्नी से एक पुत्री हुई, जिसकी उम्र 24 वर्ष है, उसकी मिर्गी की बीमारी को लेकर कंचराम पाटले परेशान रहा करता था। वन विभाग में नौकरी करने वाले कंचराम पाटले के पास काफी संपत्ति थी, जिस पर उसके साढ़ू नरेंद्र टंडन की नजर गड़ गई। उसने संतोषी को लालच दिलाया की अगर कंचराम पाटले को रस्ते से हटा दिया जाये तो संतोषी को पेंसन के साथ नौकरी भी मिलेगी।
सुपारी किलर का लिया सहारा
पुलिस ने इस वारदात में लिप्त देह व्यापर से जुडी एक महिला पूर्णिमा साहू को सुपारी किलर का नाम दिया है, जिससे नरेंद्र टंडन के मित्र राजेश जांगड़े उर्फ़ राजू ने संपर्क किया। इसके बाद हत्या का षड्यंत्र रचा गया। महीने भर बाद पूरी कहानी तैयार करके कंचराम पाटले को संतोषी ने कटघोरा आकर फोन किया और कहा कि वह उसकी बेटी के मिर्गी के इलाज के लिए एक वैद्य लेकर आयी है। कंचराम पाटले उसके झांसे में आ गया , और उसके बताये गए जगह पर पहुँच गया। यहाँ योजना के मुताबिक कंचराम पाटले को एक कार में बिठाया गया और उसे पानी में सुहागा घोल कर पिला दिया गयाऔर उसके नाक मुंह को दबा दिया गया। बेहोस होने पर उसे सड़क के किनारे फेंक दिया गया। यहाँ भी उसके ऊपर टंगिये से हमला किया गया। इस दौरान कंचराम की मौत हो गयी।
षड्यंत्र में शामिल 7 आरोपी गिरफ्तार
हत्या की इस वारदात के मास्टर माइंड नरेंद्र टंडन द्वारा 250000 (दो लाख पच्चास हजार) रूपये में सुपारी किलर पूर्णिमा साहू से सौदा कर हत्या की व्यूह रचना की गई। इस मामले में पुलिस ने इन दोनों के अलावा संतोषी पाटले, राजेश कुमार उर्फ़ राजू,कमल कुमार धुरी, ऋषि कुमार उर्फ़ गुड्डू और रामकुमार श्रीवास को गिरफ्तार किया है।