कोरबा महापौर के वार्ड में कोविड प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियाँ.. धरातल से प्रशासन नदारद.. ऐसे रुकेगा संक्रमण ?
कोरबा 06 मई। शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को खोलकर राशन कार्ड धारियों को खाद्यान्न वितरण करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जारी किए हैं। शर्तों के साथ जारी निर्देश में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है। इसके अलावा मास्क और सेनीटाइजर का उपयोग भी जरूरी है। कार्ड धारियों को टोकन देकर बुलाना है ताकि दुकान में किसी तरह की भीड़ ना लगे। अव्यवस्था होने पर संचालक को भी जवाबदार माना जाएगा। पीडीएस दुकानों में निरीक्षण की जिम्मेदारी खाद्य विभाग के साथ-साथ नगर निगम के मैदानी अमला व घूम-घूम कर लाकडाउन का पालन कराने वाले प्रशासनिक अमले की है।
यह अमला बहुत कम नजर आ रहा है खासकर अंदरूनी, कालोनी क्षेत्रों में तो बिल्कुल भी नहीं। इस तरह की लापरवाही का नजारा जब खुद कोरबा महापौर राजकिशोर प्रसाद के वार्ड क्रमांक 14 में देखने को मिले तो क्या कहेंगे? महापौर का वार्ड है तो कम से कम इस वार्ड में व्यवस्था सही रखने, नियमों का उल्लंघन न होने देने की जवाबदारी खास तौर पर और बन जाती है। यहां के उचित मूल्य की दुकान पर उमड़ी भीड़ यह बताने के लिए काफी है किस तरह से नियमों का पालन हो रहा है या कहें कि पालन कराया जा रहा है।
खाद्य अधिकारी हो या खाद्य निरीक्षक, इन्हें फुर्सत नहीं है वरना इस तरह के हालात निर्मित न होते। इस वाक्ये से जमीनी स्तर पर कलेक्टर के आदेश का पालन कराने की प्रशासनिक गंभीरता को समझा जा सकता है। क्या यह संक्रमण फैलने की वजह नहीं ? यह तो केवल एक प्रकरण मात्रा है। इसके अलावा जिले में कई संक्रमितों के परिजन भी नियम तोड़कर बाहर घूमते पाए गए हैं।