कुसमुंडा मार्ग की मरम्मत शुरू, भारी वाहनों पर नही लगी रोक
कोरबा 1 नवम्बर। लंबे अरसे से जर्जर कुसमुंडा मार्ग का जीर्णोद्धार कार्य 2.67 करोड़ की लागत से आखिरकार शुरू हो गयाए पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक नहीं लगाए जाने की वजह से मरम्मत कार्य में दिक्कत आ रही। इसके साथ ही सड़क के पुनः उखड़ने की खतरा मंडरा मंडराने लगा है।
कुसमुंडा, गेवरा, दीपका, बांकीमोंगरा समेत अन्य क्षेत्र को कोरबा से जोड़ने वाला एक मात्र मार्ग होने की वजह से 24 घंटे वाहनों का परिचालन होते रहता है। छोटे वाहन से लेकर भारी वाहन भी इसी मार्ग में दौड़ रहे हैं। इससे मार्ग काफी जर्जर हो चुका है और जगह-जगह गड्ढ़े होने से दुर्घटनाएं भी होने लगी है। क्षेत्रवासी फोरलेन का काम पूरा होने तक इस मार्ग को मरम्मत करने की मांग कर रहे थे। इसके साथ ही भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने नो एंट्री भी लागू करने की मांग की जा रही है। साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन ने नो एंट्री लगाने प्रशासन को पत्र लिखा है, पर अभी तक कोई पहल नहीं हो सकी। वहीं कुसमुंडा प्रबंधन ने बारिश के बाद अब इस मार्ग का मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। कोशिश की जा रही है कि दीपावली पर्व के दौरान क्षेत्र के लोगों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसलिए मार्ग को जल्द मरम्मत कराया जा रहा हैए परन्तु भारी वाहनों के परिचालन पर नो एंट्री नहीं लगाए से काम में बाधा उत्पन्न हो रही है और जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। वहीं इन भारी वाहनों की वजह से सड़क उखड़ने की संभावना बढ़ गई है। इससे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन यदि भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध नहीं लगाती है तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा।
यहां यह बताना होगा कि इस मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। निर्माण एजेंसी को काम शुरू करना है। बारिश की वजह से काम शुरू नही हो सका था। संभावना जताई जा रही है कि दीपावली पर्व के बाद निर्माण एजेंसी अपना काम शुरू कर देगी, तब तक इस मार्ग में एक तरफ से ही आवागमन होगा।