November 21, 2024

बिजली की लचर व्यवस्था से नाराज ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

कोरबा 28 जून। बिजली की लचर व्यवस्था से नाराज हाथी प्रभावित गांव के ग्रामीणों ने उरगाहाटी राजमार्ग पर चचिया गांव के निकट चक्काजाम किया। जिससे इस मार्ग पर आवागमन प्रभावित रहा। ग्रामीणों द्वारा किये गए चक्काजाम की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और इसमें लोग फंसे रहे। बाद में बिजली विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तीन महीने के भीतर व्यवस्था पूरी तरह दुरस्त कर दिए जाने का आश्वासन दिया। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया।

जानकारी के अनुसार बिजली विभाग द्वारा करतला ब्लाक मुख्यालय में क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के लिए सबस्टेशन बनायी गई है। विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से यहां आये दिन फाल्ट रहती है। फलस्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों खासकर हाथी प्रभावित गांवों में अधिकांश समय तक बिजली गुल रहती है। क्षेत्र में बिजली व्यवस्था छिन्नभिन्न रहने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बिजली व्यवस्था दुरूस्त किये जाने की मांग कई बार क्षेत्र के ग्रामीण जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों द्वारा कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है। किन्तु व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया और ढाक के तीन पात वाली स्थिति रही। क्षेत्र में हवा के हल्के झोंके व बारिश से बिजली गुल हो जा रही है। जो कई दिनों तक वापस नहीं आती और ग्रामीणों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती है। इससे जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। आक्रोशित ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में सुधार किये जाने की चेतावनी दी थी और कहा था यदि इसे बिजली विभाग व प्रशासन गंभीरता से नहीं लेता है तो अपनी मांगों को लेकर वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। चेतावनी के बावजूद जब व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ तो आज सुबह 10 बजे के लगभग ग्रामीण चचिया गांव में इकठ्ठा हुए और मुख्य मार्ग पर विरोध जताते हुए चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों द्वारा किये गए चक्काजाम के कारण मार्ग के दोनों ओर आवाजाही ठप्प हो गई और वाहनों की कतार लग गई। ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम किये जाने की सूचना पर बिजली विभाग के अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों को बिजली व्यवस्था तीन महीने के भीतर दुरुस्त कर दिए जाने के आश्वासन बाद आंदोलन समाप्त किया। उसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।

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